रविवार, 28 दिसंबर 2014

लक्ष्यवान ही गोल्ड मेडल जीतते है - पूनियां


लक्ष्यवान ही गोल्ड मेडल जीतते है - पूनियां
ओलम्पियन पदमश्री कृष्णा पूनिया मुख्य अतिथि 300 खेल प्रतिभाओं का हुआ सम्मान

बाड़मेर: खेल से शारीरिक विकास के साथ मानसिक विकास भी होता हैं। खेल प्रतिभाएं अपना लक्ष्य निर्धारित कर इस क्षेत्र में प्रयास करें तो उनका नाम एक दिन गोल्ड मेडलिस्ट में होगा। माता-पिता अपने बच्चों के केरियर पर जरूर ध्यान दें ताकि बच्चों के भीतर छुपी प्रतिभा उभर सकें। यह बात शिक्षा विभाग व श्री वीर तेजाजी टाईगर फोर्स, बाड़मेर के संयुक्त तत्वाधान में स्थानीय भगवान महावीर टाऊन हाॅल में आयोजित खेल प्रतिभा सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि पदम्श्री कृष्णा पूनिया ने कही।

अध्यक्षीय उद्बोधन में राजस्थान टाॅपर आरजेएस मदनसिंह चैधरी ने कहा कि खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, बस उनकों खेल के प्रति प्रोत्साहित एवं उचित मार्गदर्शन की जरूरत है।

समारोह के अति विशिष्ट अतिथि द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित व एथेलेटिक्स टीम इण्डिया के कोच वीरेन्द्र पूनिया ने कहा कि खेल प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन बाड़मेर के लिये गौरव की बात है। इसका उद्देश्य खेल प्रतिभाओं से प्रेरणा लेकर भावी पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करना है। आने वाले समय में बाड़मेर खेल प्रतिभाओं के मामले में राष्ट्रीय स्तर का हब बनने जा रहा है।

समारोह में विशिष्ट अतिथि समाजसेवी लाखाराम लेघा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रेमप्रकाश व्यास, समाजसेवी लाभूराम सियाग, समाजसेवी पुखराज गौड़, शिक्षाविद् रेंवतसिंह चैहान, महेश काॅलेज के चैयरमैन प्रदीप राठी, समाजसेवी रामसिंह बोथिया, गोपालसिंह राठौड, रणवीरसिंह भादू ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के माल्र्यापण एवं द्वीप प्रज्ज्वलित के साथ हुआ। कार्यक्रम संयोजक प्रेमाराम भादू ने स्वागत भाषण से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि मुख्य अतिथि द्वारा जिले की 300 खेल प्रतिभाओं को प्रशस्ती पत्र, प्रमाण पत्र, टेªक शूट देकर सम्मानित किया। मंच संचालन डाॅ. लक्ष्मीनारायण जोशी ने किया।

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