रविवार, 30 नवंबर 2014

बालोतरा। पदरिक्तता का असर अध्ययन पर

बालोतरा। पदरिक्तता का असर अध्ययन पर
बालोतरा। राजकीय एमबीआर स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राचार्य सहित व्याख्याताओं के रिक्त पदों के कारण विद्यार्थियों का अध्ययन प्रभावित हो रहा है।

वर्ष 2008 में महाविद्यालय को स्नातकोत्तर में क्रमोन्नत तो कर दिया, लेकिन स्वीकृत पदों को नहीं भरा गया। विज्ञान संकाय नहीं होने से छात्र पढ़ाई के लिए अन्यत्र बड़े शहरों की ओर रूख करने को मजबूर है।

शारीरिक शिक्षक नहीं होने से खिलाडियों को आगे बढ़ने के अवसर से वंचित होना पड़ रहा है। रिक्त पद भरने को लेकर छात्रों ने कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया।

सरकार व जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया, लेकिन सिवाय आश्वासन के इन्हें आज दिन तक कुछ नहीं मिला। जनप्रतिनिधियों की फौरी पैरवी पर समस्या जस की तस बनी हुई है।


To study the effect of Pdriktta

यह है स्थिति
महाविद्यालय में एक माह से प्राचार्य का पद रिक्त है। एक वर्ष से अधिक समय से उप प्राचार्य का पद रिक्त है। राजनीति विज्ञान के स्वीकृत व्याख्याता के तीनों पद खाली है।

भूगोल, अर्थशास्त्र, लेखाशास्त्र व्याख्याताओं के पद लम्बे समय से रिक्त है। इसके अलावा लाइब्रेरियन, कनिष्ठ लिपिक, प्रयोगशाला सहायक, प्रयोगशाला ब्रेवर व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद भी रिक्त है।

परिणाम पर पड़ता है असर
नगर में महाविद्यालय नाममात्र का ही है। प्राचार्य सहित व्याख्याताओं के पद लम्बे समय से रिक्त होने से पढ़ाई चौपट हुई जा रही है। जिसका खामियाजा परीक्षा परिणाम के रूप में भुगतना पड़ता है। सरकार पद भरें।
महेन्द्र प्रजापत, छात्रसंघ महासचिव

अवगत करवाते हैं
पद रिक्तता को लेकर कॉलेज शिक्षा निदेशालय को समय-समय पर अवगत करवाते हैं। वहां से ही पदों की स्वीकृति की जाती है। व्यवस्था में परेशानी तो आती है, लेकिन सहयोग से कार्य करते हैं।
रचना चैतन्य, कार्यवाहक प्राचार्य

पद रिक्तता से छात्राओ की पढ़ाई प्रभावित
मोकलसर. कस्बे के मेहरामचंद हुण्डिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में लम्बे समय से प्रधानाचार्य सहित व्याख्याताओं के पद रिक्त होने से बालिकाओं की पढ़ाई चौपट हो रही है।

परेशान अभिभावक व बालिकाएं कई बार जनप्रतिनिधियों से पद भरने की मांग कर चुके हैं, लेकिन आज दिन तक एक भी पद नहीं भरा गया है। इससे अभिभावकों व ग्रामीणों में रोष्ा है।

विद्यालय में वर्ष 2005 से प्रधानाचार्य का पद रिक्त चल रहा है। अंग्रेजी, हिंदी, इतिहास, हिंदी साहित्य विष्ायों के व्याख्याता के पद भी रिक्त हैं।

शैक्षणिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक व्याख्याता व दो वरिष्ठ अध्यापकों को यहां नियुक्त कर रखा है, लेकिन इनके अवकाश पर रहने से छात्राओं की पढ़ाई चौपट हो जाती है। विद्यालय का हर वर्ष कम रहते परिणाम पर इस बात को समझा जा सकता है।

रिक्त पद भरें
विद्यालय में बड़ी संख्या में पद रिक्त है। जिससे छात्रों की पढ़ाई चौपट हुई जा रही है। सरकार से कई बार मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।
रेशमीदेवी भाटी, सरपंच मोकलसर

परिणाम प्रभावित
विद्यालय में बड़ी संख्या में पद रिक्तता के चलते बालिकाओं का परिणाम प्रभावित हो रहा है। सरकार अविलम्ब रिक्त पद भरें।
अणसीदेवी, जिला परिषद सदस्य

प्रयास जारी है
रिक्त पदों को भरने को लेकर सरकार को अवगत करवाया गया है। प्रयास जारी है, उम्मीद है शीघ्र ही पद भरे जाएंगे।
हमीरसिंह भायल, विधायक -

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें