कल्याणपुर। लड़खड़ाई पेयजल आपूर्ति
कल्याणपुर। कस्बे में बिगड़ी जलापूर्ति व्यवस्था पर रहवासियों की परेशानियां बढ़ गई है। सर्दी में भी पेयजल किल्लत है। ओवरहैड टैंक के निर्माण का कार्य धीमी गति से होने से यह स्थिति बनी हुई है।
क्षेत्र में मीठा पानी उपलब्ध करवाने के लिए वर्ष 2008 में मुख्यमंत्री ने उम्मेदसागर-धवा-कल्याणपुर-समदड़ी-खंडप पेयजल योजना का शिलान्यास किया था।
जिस पर कस्बे सहित क्षेत्र के लोगों ने शीघ्र ही पेयजल समस्या के निजात मिलने को लेकर उम्मीद संजोई थी, लेकिन योजना की धीमी गति से चल रहे कार्य पर ग्रामीणों को पेयजल के रूप में पहले की तरह ही परेशानियां उठानी पड़ रही है।
वैकल्पिक व्यवस्था बंद
उम्मेदसागर-कल्याणपुर-खंडप पेयजल योजना के तहत सरकार ने कस्बे समदड़ी में पेयजल सप्लाई शुरू की थी। कस्बे के ग्रामीणों की मांग पर सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पेयजल लाइन से कस्बे के तालाब में पानी छोड़ने का निर्णय लिया।
इस पर तालाब में एकत्रित होने वाले पानी को ग्रामीण टंकियों से भरकर अपनी जरूरत पूरी करते थे, लेकिन पांच दिन पूर्व जलदाय विभाग की ओर से एयरवॉल्व पर लगा इनडेन्ड हटा दिया गया।
जिससे पेयजल सप्लाई बंद हो गई। ऎसे में तालाब में नहीं पहुंच रहे पानी से पेयजल को लेकर कस्बे सहित क्षेत्रके ग्रामीणों के सामने समस्या खड़ी हो गई है।
तिरसिंगड़ी, थोब, रेवाड़ा तालाब का पानी टैंकरों से डलवाकर ग्रामीण अपनी जरूरत पूरी कर रहे हैं। टैंकर संचालकों के प्रति टैंकर 7-8 सौ रूपए राशि वसूलने से ग्रामीणों की हालत खस्ताहाल हो गई है।
धीमी गति से हो रहा कार्य
पेयजल योजना का पानी उपलब्ध करवाने के लिए जलदाय विभाग की ओर से ओवरहैड टैंक का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन कार्य की गति इतनी धीमी है कि आधा ही कार्य पूरा हो पाया है। इस पर कई दिनों तक ग्रामीणों को योजना का सीधा पानी उपलब्ध नहीं होगा यह तय सा है।
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कल्याणपुर। कस्बे में बिगड़ी जलापूर्ति व्यवस्था पर रहवासियों की परेशानियां बढ़ गई है। सर्दी में भी पेयजल किल्लत है। ओवरहैड टैंक के निर्माण का कार्य धीमी गति से होने से यह स्थिति बनी हुई है।
क्षेत्र में मीठा पानी उपलब्ध करवाने के लिए वर्ष 2008 में मुख्यमंत्री ने उम्मेदसागर-धवा-कल्याणपुर-समदड़ी-खंडप पेयजल योजना का शिलान्यास किया था।
जिस पर कस्बे सहित क्षेत्र के लोगों ने शीघ्र ही पेयजल समस्या के निजात मिलने को लेकर उम्मीद संजोई थी, लेकिन योजना की धीमी गति से चल रहे कार्य पर ग्रामीणों को पेयजल के रूप में पहले की तरह ही परेशानियां उठानी पड़ रही है।
वैकल्पिक व्यवस्था बंद
उम्मेदसागर-कल्याणपुर-खंडप पेयजल योजना के तहत सरकार ने कस्बे समदड़ी में पेयजल सप्लाई शुरू की थी। कस्बे के ग्रामीणों की मांग पर सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पेयजल लाइन से कस्बे के तालाब में पानी छोड़ने का निर्णय लिया।
इस पर तालाब में एकत्रित होने वाले पानी को ग्रामीण टंकियों से भरकर अपनी जरूरत पूरी करते थे, लेकिन पांच दिन पूर्व जलदाय विभाग की ओर से एयरवॉल्व पर लगा इनडेन्ड हटा दिया गया।
जिससे पेयजल सप्लाई बंद हो गई। ऎसे में तालाब में नहीं पहुंच रहे पानी से पेयजल को लेकर कस्बे सहित क्षेत्रके ग्रामीणों के सामने समस्या खड़ी हो गई है।
तिरसिंगड़ी, थोब, रेवाड़ा तालाब का पानी टैंकरों से डलवाकर ग्रामीण अपनी जरूरत पूरी कर रहे हैं। टैंकर संचालकों के प्रति टैंकर 7-8 सौ रूपए राशि वसूलने से ग्रामीणों की हालत खस्ताहाल हो गई है।
धीमी गति से हो रहा कार्य
पेयजल योजना का पानी उपलब्ध करवाने के लिए जलदाय विभाग की ओर से ओवरहैड टैंक का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन कार्य की गति इतनी धीमी है कि आधा ही कार्य पूरा हो पाया है। इस पर कई दिनों तक ग्रामीणों को योजना का सीधा पानी उपलब्ध नहीं होगा यह तय सा है।
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