जयपुर। नगर निगम चुनाव प्रचार का शोर थमने के अंतिम दिन गुरूवार को शहरभर के सभी 91 वार्डो के उम्मीदवारों ने पूरी ताकत झोंक दी।
बड़ी-बड़ी रैलियों और रोड शो के जरिए अपने क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन किया। इससे शहर भर के लोगों को सुबह से शाम तक जाम से जूझना पड़ा। राहगीर गंतव्य तक पहुंचने के लिए गलियों में भटकते रहे। खास बात यह कि रैलियों से खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई गई, लेकिन प्रशासन के अधिकारी और पुलिस के जवान मूकदर्शक बने रहे।
नियमानुसार एक रैली में अधिकतम तीन वाहन शामिल करने के साथ ही रास्ता नहीं रोका जाना चाहिए। इसके उलट एक रैली में दुपहिया व चार पहिया वाहनों का रैला नजर आया।
आखिरी दिन प्रत्याशी और उनके समर्थकों में प्रचार का ऎसा जुनून था कि प्रशासन की नाक के नीचे ही नियम कायदों को तोड़ा गया। कलक्ट्रेट सर्किल पर ही दोपहर में दुपहिया, चौपहिया वाहनों की कतार लेकर कई रैलियां निकाली। खातीपुरा रोड, प्रेम नगर शास्त्रीनगर, कांवटिया सर्किल और सीकर रोड, सिविल लाइंस, सांगानेर, किशनपोल, हवामहल क्षेत्र, मालवीय नगर, महेश नगर, जवाहर नगर, जगतपुरा सहित हर क्षेत्र के प्रमुख रास्ते व बाजारों में रैलियां निकाले जाने से जाम लगा। कई प्रत्याशियों ने तो बीच रास्ते में मंच बना सभाएं तक की।
प्रचार थमा, अब घर-घर मत मनुहार
जयपुर नगर निगम चुनाव के लिए गुरूवार शाम को प्रचार थमने के साथ ही उम्मीदवारों ने वोट के लिए घर-घर मनुहार शुरू कर दी। रात करीब दस बजे तक वे जनसम्पर्क में जुटे रहे। इसके बाद बूथ मैनेटमेंट में व्यस्त हो गए।
रातभर दोनों प्रमुख दलों के उम्मीदवारों सहित निर्दलीयों के कार्यालयों पर मतदाता पर्ची, मतदान केन्द्रों पर टैंट व अन्य व्यवस्था का काम चलता रहा। शुक्रवार को जनसम्पर्क के लिए अंतिम दिन होने के कारण सुबह से ही पार्क व घरों में उम्मीदवारों की दौड़ शुरू हो जाएगी। कई उम्मीदवारों ने तो दिनभर में अधिक से अधिक घरों में प्रचार और जनसम्पर्क के साथ पर्ची वितरण का कार्यक्रम बनाया है।
राजधानी में सुरक्षा के विशेष्ा इंतजाम
जयपुर . निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव के लिए पुलिस कमिश्नरेट ने सुरक्षा व्यवस्था के विशेष्ा इंतजाम किए हैं। पुलिस बल की कमी को देखते हुए न्यायालय, पुलिस मुख्यालय, सचिवालय और अन्य दफ्तरों में तैनात पुलिसकर्मियों की कटौती कर सैकड़ों कर्मियों को लाइन में उपस्थिति देने को कहा गया है।
मतदान के दिन छह हजार से अधिक जवान और पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखेंगे। पुलिस कमिश्नर श्रीनिवास राव जंगा ने बताया कि नगर निगम चुनाव के 1970 मतदान बूथों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा। प्रति दस बूथ की निगरानी के लिए एक मोबाइल पार्टी होगी। संवेदनशील और अति संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल लगाया जाएगा।
आला अधिकारियों ने ईवीएम रवानगी स्थल के लिए सभी पुलिस उपायुक्तों को उपलब्ध कराए गए पुलिस बल में से आवश्यकतानुसार तैनात करने को कहा है। भवानी निकेतन कॉलेज में मतदान दलों के रवानगी के दिन भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
पुलिस और आरएसी के जवान रहेंगे तैनात
डीसीपी मुख्यालय मनीष्ा अग्रवाल ने बताया कि चुनाव में पुलिस लाइन और थानों के अलावा सरकारी दफ्तरों से लिए गए पुलिसकर्मी, होमगार्ड और आरएसी के जवान तैनात रहेंगे। कुल 6181 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। 18 सहायक पुलिस आयुक्त का पुलिस जाप्ता एरिया मजिस्ट्रेट के साथ रहेगा। उधर कमिश्नरेट पुलिस ने शहर में 2743 लोगों को पाबंद भी किया है।
बड़ी-बड़ी रैलियों और रोड शो के जरिए अपने क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन किया। इससे शहर भर के लोगों को सुबह से शाम तक जाम से जूझना पड़ा। राहगीर गंतव्य तक पहुंचने के लिए गलियों में भटकते रहे। खास बात यह कि रैलियों से खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई गई, लेकिन प्रशासन के अधिकारी और पुलिस के जवान मूकदर्शक बने रहे।
नियमानुसार एक रैली में अधिकतम तीन वाहन शामिल करने के साथ ही रास्ता नहीं रोका जाना चाहिए। इसके उलट एक रैली में दुपहिया व चार पहिया वाहनों का रैला नजर आया।
आखिरी दिन प्रत्याशी और उनके समर्थकों में प्रचार का ऎसा जुनून था कि प्रशासन की नाक के नीचे ही नियम कायदों को तोड़ा गया। कलक्ट्रेट सर्किल पर ही दोपहर में दुपहिया, चौपहिया वाहनों की कतार लेकर कई रैलियां निकाली। खातीपुरा रोड, प्रेम नगर शास्त्रीनगर, कांवटिया सर्किल और सीकर रोड, सिविल लाइंस, सांगानेर, किशनपोल, हवामहल क्षेत्र, मालवीय नगर, महेश नगर, जवाहर नगर, जगतपुरा सहित हर क्षेत्र के प्रमुख रास्ते व बाजारों में रैलियां निकाले जाने से जाम लगा। कई प्रत्याशियों ने तो बीच रास्ते में मंच बना सभाएं तक की।
प्रचार थमा, अब घर-घर मत मनुहार
जयपुर नगर निगम चुनाव के लिए गुरूवार शाम को प्रचार थमने के साथ ही उम्मीदवारों ने वोट के लिए घर-घर मनुहार शुरू कर दी। रात करीब दस बजे तक वे जनसम्पर्क में जुटे रहे। इसके बाद बूथ मैनेटमेंट में व्यस्त हो गए।
रातभर दोनों प्रमुख दलों के उम्मीदवारों सहित निर्दलीयों के कार्यालयों पर मतदाता पर्ची, मतदान केन्द्रों पर टैंट व अन्य व्यवस्था का काम चलता रहा। शुक्रवार को जनसम्पर्क के लिए अंतिम दिन होने के कारण सुबह से ही पार्क व घरों में उम्मीदवारों की दौड़ शुरू हो जाएगी। कई उम्मीदवारों ने तो दिनभर में अधिक से अधिक घरों में प्रचार और जनसम्पर्क के साथ पर्ची वितरण का कार्यक्रम बनाया है।
राजधानी में सुरक्षा के विशेष्ा इंतजाम
जयपुर . निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव के लिए पुलिस कमिश्नरेट ने सुरक्षा व्यवस्था के विशेष्ा इंतजाम किए हैं। पुलिस बल की कमी को देखते हुए न्यायालय, पुलिस मुख्यालय, सचिवालय और अन्य दफ्तरों में तैनात पुलिसकर्मियों की कटौती कर सैकड़ों कर्मियों को लाइन में उपस्थिति देने को कहा गया है।
मतदान के दिन छह हजार से अधिक जवान और पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखेंगे। पुलिस कमिश्नर श्रीनिवास राव जंगा ने बताया कि नगर निगम चुनाव के 1970 मतदान बूथों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा। प्रति दस बूथ की निगरानी के लिए एक मोबाइल पार्टी होगी। संवेदनशील और अति संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल लगाया जाएगा।
आला अधिकारियों ने ईवीएम रवानगी स्थल के लिए सभी पुलिस उपायुक्तों को उपलब्ध कराए गए पुलिस बल में से आवश्यकतानुसार तैनात करने को कहा है। भवानी निकेतन कॉलेज में मतदान दलों के रवानगी के दिन भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
पुलिस और आरएसी के जवान रहेंगे तैनात
डीसीपी मुख्यालय मनीष्ा अग्रवाल ने बताया कि चुनाव में पुलिस लाइन और थानों के अलावा सरकारी दफ्तरों से लिए गए पुलिसकर्मी, होमगार्ड और आरएसी के जवान तैनात रहेंगे। कुल 6181 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। 18 सहायक पुलिस आयुक्त का पुलिस जाप्ता एरिया मजिस्ट्रेट के साथ रहेगा। उधर कमिश्नरेट पुलिस ने शहर में 2743 लोगों को पाबंद भी किया है।
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