नई दिल्ली। सीमा पर बार-बार हो रहे संघर्ष विराम के उल्लंघन पर पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए भारत ने रविवार को कहा है कि अगर ऎसा जारी रहा, तो वार्ता संभव नहीं है।
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटेजिकल स्टडीज की मेजबानी में इंडिया ग्लोबल फोरम की बैठक के दौरान रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि यदि संघर्ष विराम का उल्लंघन लगातार जारी रहा, तो वार्ता का माहौल प्रभावित होगा।
जेटली ने कहा कि वार्ता होनी चाहिए। हम उसका स्वागत करेंगे, लेकिन दोनों ही देशों को पहले इसके लिए माहौल बनाना होगा। इनमें से एक माहौल बिगाड़ता है और पूछता है कि वार्ता क्यों नहीं हो रही।
रक्षा मंत्री ने कहा कि बड़ी आपदा के बावजूद हम घाटी में शांतिपूर्वक मतदान की उम्मीद कर रहे हैं।
चीन के साथ सीमा संबंधी मुद्दों पर जेटली ने कहा कि जहां तक चीन की बात है, हमारे आर्थिक संबंधों का लगातार विकास हो रहा है। दोनों ही देश परस्पर निवेश कर रहे हैं और दोनों देशों के बीच व्यापार में बढ़ोतरी हो रही है।
उन्होंने कहा, लेकिन सीमा संबंधी हमारे कई मुद्दे तथा इसे सुलझाने के लिए 2003 में नियुक्त किया गया आयोग लंबित हैं। हम आशा करते हैं कि यह शीघ्र ही कार्यशील होगा। हमने सार्थक संवाद लगातार जारी रखा है।
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटेजिकल स्टडीज की मेजबानी में इंडिया ग्लोबल फोरम की बैठक के दौरान रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि यदि संघर्ष विराम का उल्लंघन लगातार जारी रहा, तो वार्ता का माहौल प्रभावित होगा।
जेटली ने कहा कि वार्ता होनी चाहिए। हम उसका स्वागत करेंगे, लेकिन दोनों ही देशों को पहले इसके लिए माहौल बनाना होगा। इनमें से एक माहौल बिगाड़ता है और पूछता है कि वार्ता क्यों नहीं हो रही।
रक्षा मंत्री ने कहा कि बड़ी आपदा के बावजूद हम घाटी में शांतिपूर्वक मतदान की उम्मीद कर रहे हैं।
चीन के साथ सीमा संबंधी मुद्दों पर जेटली ने कहा कि जहां तक चीन की बात है, हमारे आर्थिक संबंधों का लगातार विकास हो रहा है। दोनों ही देश परस्पर निवेश कर रहे हैं और दोनों देशों के बीच व्यापार में बढ़ोतरी हो रही है।
उन्होंने कहा, लेकिन सीमा संबंधी हमारे कई मुद्दे तथा इसे सुलझाने के लिए 2003 में नियुक्त किया गया आयोग लंबित हैं। हम आशा करते हैं कि यह शीघ्र ही कार्यशील होगा। हमने सार्थक संवाद लगातार जारी रखा है।
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