नई दिल्ली। आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों और कमी हो सकती है। वित्तीय सलाह देने वाली कंपनी गोल्डमैन सैक ने साल 2015 में कच्चे तेल के दाम और गिरने की भविष्यवाणी की है। अगर ऎसा होता है तो देश में पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में और गिरावट आ सकती है।
गोल्डमैन ने कहा कि अगले साल अप्रेल-जून की तिमाही में इनकी कीमते और नीचे जाएंगी तथा ब्रेंट क्रूड 80 डालर प्रति बैरल और अमरीकी क्रूड 70 डालर प्रति बैरल तक उतर जाएगा। उसने कहा है कि इस दौरान दुनिया भर में कच्चे तेल का उत्पादन तथा अतिरिक्त आपूर्ति अपने चरम पर होगी। हालांकि उसने इसके बाद कच्चा तेल के जनवरी-मार्च की तिमाही के स्तर पर वापस आने का अनुमान लगाया है।
गोल्डमैन सैक ने साल 2015 के लिए जारी अपने अनुमान में बताया है कि वर्तमान में कच्चे तेल पर बने दबाव और उत्पादन के बढ़े हुए स्तर को देखते हुए साल की पहली तिमाही में ब्रेंट क्रूड 85 डालर प्रति बैरल और अमरीकी क्रूड 75 डालर प्रति बैरल के आसपास बना रहेगा। पहले उसने जनवरी-मार्च 2015 में इनके क्रमश: 100 डालर और 90 डालर प्रति बैरल के आसपास रहने की बात कही थी।
कंपनी ने यह अनुमान ऎसे समय में जारी किया है जब पिछले पांच महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 25 प्रतिशत उतर चुके हैं। लंदन ब्रेंट क्रूड 84 डालर प्रति बैरल तक उतर चुका है और अमरीकी क्रूड 75 डालर प्रति बैरल से नीचे आ चुका है। सरकार द्वारा पेट्रोलियम के बाद डीजल की कीमतों को भी नियंत्रण मुक्त किए जाने से अब इनके दाम पूरी तरह बाजार पर आधारित हो गए हैं। इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर च्चे तेल की कीमतों में गिरावट से देश में भी पेट्रोल व डीजल सस्ते होंगे।
कंपनी की इस रिपोर्ट के बाद सोमवार को बाजार में शुरूआती कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 0.2 प्रतिशत उतरकर 86 डालर प्रति बैरल के नीचे बना हुआ है। गोल्डमैन के अनुसार पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन(ओपेक) के बाहर भी कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। उसका कहना है कि ब्राजील में उत्पादन बढ़ेगा और मेकि्सको की खाड़ी में एक बार फिर उत्पादन शुरू होगा जहां 2010 में मैकोनडो आपदा के बाद से मरम्मत का काम चल रहा है जो अब पूरा होने वाला है।
अमरीका को छोड़कर अन्य गैर ओपेक देशों में भी इस साल उत्पादन 412000 बैरल प्रति दिन बढ़ने का अनुमान है जबकि 2015 में इसमें 573000 बैरल और 2016 में 505000 बैरल प्रति दिन की बढ़ोतरी हो सकती है। ओपेक देशों में इराक और लीबिया में उत्पादन 900000 बैरल प्रति दिन बढ़ चुका है। वहीं साल दर साल आधार पर इस वर्ष मांग में सिर्फ 630000 बैरलप्रति दिन की बढ़ोतरी हुई है जो गोल्डमैन के आरंभिक अनुमान का लगभग आधा है। -
गोल्डमैन ने कहा कि अगले साल अप्रेल-जून की तिमाही में इनकी कीमते और नीचे जाएंगी तथा ब्रेंट क्रूड 80 डालर प्रति बैरल और अमरीकी क्रूड 70 डालर प्रति बैरल तक उतर जाएगा। उसने कहा है कि इस दौरान दुनिया भर में कच्चे तेल का उत्पादन तथा अतिरिक्त आपूर्ति अपने चरम पर होगी। हालांकि उसने इसके बाद कच्चा तेल के जनवरी-मार्च की तिमाही के स्तर पर वापस आने का अनुमान लगाया है।
गोल्डमैन सैक ने साल 2015 के लिए जारी अपने अनुमान में बताया है कि वर्तमान में कच्चे तेल पर बने दबाव और उत्पादन के बढ़े हुए स्तर को देखते हुए साल की पहली तिमाही में ब्रेंट क्रूड 85 डालर प्रति बैरल और अमरीकी क्रूड 75 डालर प्रति बैरल के आसपास बना रहेगा। पहले उसने जनवरी-मार्च 2015 में इनके क्रमश: 100 डालर और 90 डालर प्रति बैरल के आसपास रहने की बात कही थी।
कंपनी ने यह अनुमान ऎसे समय में जारी किया है जब पिछले पांच महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 25 प्रतिशत उतर चुके हैं। लंदन ब्रेंट क्रूड 84 डालर प्रति बैरल तक उतर चुका है और अमरीकी क्रूड 75 डालर प्रति बैरल से नीचे आ चुका है। सरकार द्वारा पेट्रोलियम के बाद डीजल की कीमतों को भी नियंत्रण मुक्त किए जाने से अब इनके दाम पूरी तरह बाजार पर आधारित हो गए हैं। इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर च्चे तेल की कीमतों में गिरावट से देश में भी पेट्रोल व डीजल सस्ते होंगे।
कंपनी की इस रिपोर्ट के बाद सोमवार को बाजार में शुरूआती कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 0.2 प्रतिशत उतरकर 86 डालर प्रति बैरल के नीचे बना हुआ है। गोल्डमैन के अनुसार पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन(ओपेक) के बाहर भी कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। उसका कहना है कि ब्राजील में उत्पादन बढ़ेगा और मेकि्सको की खाड़ी में एक बार फिर उत्पादन शुरू होगा जहां 2010 में मैकोनडो आपदा के बाद से मरम्मत का काम चल रहा है जो अब पूरा होने वाला है।
अमरीका को छोड़कर अन्य गैर ओपेक देशों में भी इस साल उत्पादन 412000 बैरल प्रति दिन बढ़ने का अनुमान है जबकि 2015 में इसमें 573000 बैरल और 2016 में 505000 बैरल प्रति दिन की बढ़ोतरी हो सकती है। ओपेक देशों में इराक और लीबिया में उत्पादन 900000 बैरल प्रति दिन बढ़ चुका है। वहीं साल दर साल आधार पर इस वर्ष मांग में सिर्फ 630000 बैरलप्रति दिन की बढ़ोतरी हुई है जो गोल्डमैन के आरंभिक अनुमान का लगभग आधा है। -
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