नई दिल्ली। साल 2005 से पहले मुद्रित बैंक नोटों को वापस लेने की अंतिम तिथि एक जनवरी 2015 तय की गई है। सरकार ने कहा है कि जनवरी 2014 में भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्ष 2005 से पहले मुद्रित सभी करेंसी नोटों को 31 मार्च 2014 तक परिचालन से वापस लेने का निर्णय किया था जिसे बढ़ाकर एक जनवरी 2015 कर दिया।
जनवरी से जून 2014 तक भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालयों में वर्ष 2005 से पहले की श्रंृखलाओं के 100, 500 और 1000 रूपए मूल्य वर्ग के 47 करोड़ 27 लाख 90 हजार 84 नोट नष्ट किए गए जिनकी कुल राशि एक खरब 46 अरब, 88 करोड़, 62 लाख, 61 हजार 600 रूपए है। इस अवधि के दौरान 100 रूपए के 30 करोड़ 20 लाख 60 हजार 606 नोट नष्ट किए गए जिसकी कुल राशि 30 अरब, 10 करोड़ 60 लाख, 60 हजार, 600 रूपए है।
इसी तरह 500 रूपए के दस करोड़, 98 लाख, 98 हजार 954 नोटों खत्म किए गए जिनकी कुल राशि 54 अरब, 94 करोड़, 94 लाख, 77 हजार रूपए है। जनवरी से जुलाई 2014 तक 1000 रूपए के छह करोड़ 18 लाख 30 हजार 724 नोट नष्ट किए गए जिनकी कुल राशि 61 अरब, 83 करोड़, सात लाख 24 हजार रूपए है। भारतीय रिजर्व बैंक वर्ष 2005 से पहले मुद्रित बैंक नोटों को बैंकों के जरिए वापस लेने का काम पहले से ही कर रहा है।
जनवरी से जून 2014 तक भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालयों में वर्ष 2005 से पहले की श्रंृखलाओं के 100, 500 और 1000 रूपए मूल्य वर्ग के 47 करोड़ 27 लाख 90 हजार 84 नोट नष्ट किए गए जिनकी कुल राशि एक खरब 46 अरब, 88 करोड़, 62 लाख, 61 हजार 600 रूपए है। इस अवधि के दौरान 100 रूपए के 30 करोड़ 20 लाख 60 हजार 606 नोट नष्ट किए गए जिसकी कुल राशि 30 अरब, 10 करोड़ 60 लाख, 60 हजार, 600 रूपए है।
इसी तरह 500 रूपए के दस करोड़, 98 लाख, 98 हजार 954 नोटों खत्म किए गए जिनकी कुल राशि 54 अरब, 94 करोड़, 94 लाख, 77 हजार रूपए है। जनवरी से जुलाई 2014 तक 1000 रूपए के छह करोड़ 18 लाख 30 हजार 724 नोट नष्ट किए गए जिनकी कुल राशि 61 अरब, 83 करोड़, सात लाख 24 हजार रूपए है। भारतीय रिजर्व बैंक वर्ष 2005 से पहले मुद्रित बैंक नोटों को बैंकों के जरिए वापस लेने का काम पहले से ही कर रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें