नई दिल्ली। प्रधानमंत्री जन धन योजना की उम्मीद से बेहतर शुरुआत हुई है। फाइनेंशियल इन्क्लूजन की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पहले दिन 28 अगस्त को देश भर में 1.84 करोड़ बैंक खाते खोले गए। इस बीच गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि वह गुजरात सरकार की ऐसी योजनाओं को प्रधानमंत्री जन धन योजना के साथ संबद्ध कर देंगी, जिनके जरिए गरीबों की आर्थिक मदद की जाती है।
इस योजना के तहत 26 जनवरी 2015 तक देश भर के 7.5 करोड़ परिवारों को बैंकिंग सुविधा देने का लक्ष्य बनाया गया है। इससे पहले इस लक्ष्य को पाने के लिए 15 अगस्त 2015 तक की सीमा तय की गई थी।
इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर उस व्यक्ति को 30 हजार रुपए का जीवन बीमा दिए जाने की बात कही है, जो 26 जनवरी 2015 से पहले खाता खुलवाता है। इसके अलावा ग्राहक को रुपे डेबिट कार्ड और एक लाख रुपए का एक्सिडेंट बीमा दिया जा रहा है। यही नहीं, छह महीने तक सुचारु तौर पर चलने पर खाते के साथ 5,000 रुपए की ओवरड्राफ्ट सुविधा भी दी जाएगी।
इस योजना का विस्तार से विवरण देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'इस योजना की लागत का बोझ बैंकों को नहीं सहना होगा और इस परियोजना के लिए एक बिल्कुल अलग फाइनेंशियल मैकेनिज्म बनाया गया है।' जेटली ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि इस योजना का दूसरा चरण साल 2018 तक चलेगा, जिसके तहत माइक्रो इंश्योरेंस और पेंशन स्कीम शामिल किए जाएंगे।
क्या हैं इस खाते की खासियतें
पैसों की सुरक्षा के साथ उस पर ब्याज भी
डेबिट कार्ड की सुविधा
30,000 रुपए की जीवन बीमा
एक लाख रुपए का दुर्घटना बीमा
मिनिमम बैलेंस रखने की कोई बाध्यता नहीं
देश में कहीं भी पैसे भेजने की सुविधा
डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए पैसे पाने की सुविधा
खाता खुलने के छह महीने के बाद ओवरड्राफ्ट की सुविधा
इस योजना के तहत 26 जनवरी 2015 तक देश भर के 7.5 करोड़ परिवारों को बैंकिंग सुविधा देने का लक्ष्य बनाया गया है। इससे पहले इस लक्ष्य को पाने के लिए 15 अगस्त 2015 तक की सीमा तय की गई थी।
इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर उस व्यक्ति को 30 हजार रुपए का जीवन बीमा दिए जाने की बात कही है, जो 26 जनवरी 2015 से पहले खाता खुलवाता है। इसके अलावा ग्राहक को रुपे डेबिट कार्ड और एक लाख रुपए का एक्सिडेंट बीमा दिया जा रहा है। यही नहीं, छह महीने तक सुचारु तौर पर चलने पर खाते के साथ 5,000 रुपए की ओवरड्राफ्ट सुविधा भी दी जाएगी।
इस योजना का विस्तार से विवरण देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'इस योजना की लागत का बोझ बैंकों को नहीं सहना होगा और इस परियोजना के लिए एक बिल्कुल अलग फाइनेंशियल मैकेनिज्म बनाया गया है।' जेटली ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि इस योजना का दूसरा चरण साल 2018 तक चलेगा, जिसके तहत माइक्रो इंश्योरेंस और पेंशन स्कीम शामिल किए जाएंगे।
क्या हैं इस खाते की खासियतें
पैसों की सुरक्षा के साथ उस पर ब्याज भी
डेबिट कार्ड की सुविधा
30,000 रुपए की जीवन बीमा
एक लाख रुपए का दुर्घटना बीमा
मिनिमम बैलेंस रखने की कोई बाध्यता नहीं
देश में कहीं भी पैसे भेजने की सुविधा
डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए पैसे पाने की सुविधा
खाता खुलने के छह महीने के बाद ओवरड्राफ्ट की सुविधा
कौन से डॉक्युमेंट हैं जरूरी
अगर खाता खोलने के इच्छुक व्यक्ति के पास आधार नंबर या आधार कार्ड है, तो फिर उसे किसी भी अन्य प्रमाण की जरूरत नहीं है। अगर आपका पता बदल गया है, तो अपने मौजूदा पते को खुद से प्रमाणित करके दे सकते हैं।
अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है, तो ऐसी स्थिति में इनमें से किसी एक को इस्तेमाल किया जा सकता है- मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, सरपंच या लोकसेवक या उचित अधिकारी की ओर से जारी किया गया पत्र।
पहचान पत्र (आइडेंटिटी प्रूफ) के तौर पर नरेगा में जारी किया गया जॉब कार्ड इस्तेमाल किया जा सकता है या फिर मान्यता प्राप्त संस्थान का पहचान पत्र भी लगाया जा सकता है। एड्रेस प्रूफ के लिए बिजली का बिल या टेलीफोन का बिल या फिर जन्म या विवाह का प्रमाण पत्र लगाया जा सकता है।
अगर खाता खोलने के इच्छुक व्यक्ति के पास आधार नंबर या आधार कार्ड है, तो फिर उसे किसी भी अन्य प्रमाण की जरूरत नहीं है। अगर आपका पता बदल गया है, तो अपने मौजूदा पते को खुद से प्रमाणित करके दे सकते हैं।
अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है, तो ऐसी स्थिति में इनमें से किसी एक को इस्तेमाल किया जा सकता है- मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, सरपंच या लोकसेवक या उचित अधिकारी की ओर से जारी किया गया पत्र।
पहचान पत्र (आइडेंटिटी प्रूफ) के तौर पर नरेगा में जारी किया गया जॉब कार्ड इस्तेमाल किया जा सकता है या फिर मान्यता प्राप्त संस्थान का पहचान पत्र भी लगाया जा सकता है। एड्रेस प्रूफ के लिए बिजली का बिल या टेलीफोन का बिल या फिर जन्म या विवाह का प्रमाण पत्र लगाया जा सकता है।
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