लाडनूं। निम्बी जोधा के युवक के अपहरण के पीछे सोशल साइट के माध्यम से दिया गया नौकरी का झांसा कारण बना। युवक का सोश्यल साइट पर भंवरी नामक एक महिला से संपर्क हुआ और वह झांसे में आ गया।
अपहरण के बाद अपहरणकर्ताओं ने युवक को बंधक बनाकर यातनाएं दी। युवक को तीन दिन तक ना तो पानी दिया और ना ही खाना खिलाया। अपहरणकर्ता प्रत्येक तीन-चार घंटे के बाद युवक को पीटा करते थे।
अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छूटे निम्बी जोधा निवासी अशोक कुमार ने पुलिस को बताया कि सोश्यल साइट के माध्यम से कुछ दिनों पहले वह कथित भंवरी चौधरी नामक महिला के सम्पर्क में आया।
धीरे-धीरे मोबाइल पर दोनों में बातचीत शुरू हो गई। करीब एक पखवाडे पूर्व महिला ने उसे सोश्यल साइट पर एक मैसेज भेजकर बाडमेर स्थित रिफाइनरी में अपनी अच्छी पहचान होने का झांसा देकर नौकरी लगाने की बात कही।
युवक महिला के झांसे में आ गया। एक सप्ताह पहले महिला ने युवक को फोन कर उसे लेने के लिए आदमियों को भेजने की बात कही। इस पर मिलने का स्थान तय हो गया।
पुलिस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सिंधरी बाड़मेर से अपहरणकर्ता बाड़मेर जिले के निमली पाना निवासी गिरधारी जाट (26) रानेरी निवासी सांवलाराम (20), धन्ने की ढाणी बाड़मेर निवासी नारायण जाट (21), सिन्धरी के लुम्बाराम उर्फ लुम्बिया (22), बाड़मेर के निमली पाना निवासी चिमी (28 ) एवं सिंधरी के तरूण कुमार जाट को गिरफ्तार कर अशोक को छुड़ाया।
बेरोजगार युवकों से करती थी ठगी
सीआई हरजिन्द्र सिंह ने बताया कि आरोपी एक संगठित गिरोह के तौर पर एक करते थे। इनका निशाना बेरोजगार युवक रहते थे।
सोशल साइट के माध्यम से कथित भंवरी बेरोजगार युवकों को अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों से फंसाने का काम करती थी। बाद में बंधक बनाकर परिजनों पर दबाव डालकर रूपए ऎंठे जाते थे। परिजनों के रूपए देने में आनाकानी करने पर ब्लू फिल्म बनाकर सोशल साइट पर डालकर उसे ब्लैकमेल करने की धमकी दी जाती थी।
अपहरण के बाद अपहरणकर्ताओं ने युवक को बंधक बनाकर यातनाएं दी। युवक को तीन दिन तक ना तो पानी दिया और ना ही खाना खिलाया। अपहरणकर्ता प्रत्येक तीन-चार घंटे के बाद युवक को पीटा करते थे।
अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छूटे निम्बी जोधा निवासी अशोक कुमार ने पुलिस को बताया कि सोश्यल साइट के माध्यम से कुछ दिनों पहले वह कथित भंवरी चौधरी नामक महिला के सम्पर्क में आया।
धीरे-धीरे मोबाइल पर दोनों में बातचीत शुरू हो गई। करीब एक पखवाडे पूर्व महिला ने उसे सोश्यल साइट पर एक मैसेज भेजकर बाडमेर स्थित रिफाइनरी में अपनी अच्छी पहचान होने का झांसा देकर नौकरी लगाने की बात कही।
युवक महिला के झांसे में आ गया। एक सप्ताह पहले महिला ने युवक को फोन कर उसे लेने के लिए आदमियों को भेजने की बात कही। इस पर मिलने का स्थान तय हो गया।
पुलिस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सिंधरी बाड़मेर से अपहरणकर्ता बाड़मेर जिले के निमली पाना निवासी गिरधारी जाट (26) रानेरी निवासी सांवलाराम (20), धन्ने की ढाणी बाड़मेर निवासी नारायण जाट (21), सिन्धरी के लुम्बाराम उर्फ लुम्बिया (22), बाड़मेर के निमली पाना निवासी चिमी (28 ) एवं सिंधरी के तरूण कुमार जाट को गिरफ्तार कर अशोक को छुड़ाया।
बेरोजगार युवकों से करती थी ठगी
सीआई हरजिन्द्र सिंह ने बताया कि आरोपी एक संगठित गिरोह के तौर पर एक करते थे। इनका निशाना बेरोजगार युवक रहते थे।
सोशल साइट के माध्यम से कथित भंवरी बेरोजगार युवकों को अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों से फंसाने का काम करती थी। बाद में बंधक बनाकर परिजनों पर दबाव डालकर रूपए ऎंठे जाते थे। परिजनों के रूपए देने में आनाकानी करने पर ब्लू फिल्म बनाकर सोशल साइट पर डालकर उसे ब्लैकमेल करने की धमकी दी जाती थी।
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