समदड़ी। डोडा-पोस्त की जबरदस्त किल्लत से नशेडियों की परेशानी बढ़ गई है।अधिकृत दुकान पर जरूरत के मुताबिक डोडा नहीं मिलने से कालाबाजारी बढ़ रही है।यहां सप्ताह में दो दिन डोडा-पोस्त वितरण किया जा रहा है।रविवार व गुरूवार के दिन डोडा वितरण के दौरान यहां पहुंचने वाले अधिकांश लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ता है।
वितरण के लिए निर्घारित वार को सुबह 7 बजते ही दुकान के आगे कतारें लग जाती हैं। महिलाएं भी घरेलू कामकाज छोड़कर कतारों में खड़ी नजर आती हैं। कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के पहरे में डोडा वितरण करना पड़ता है।यहां पर प्रति व्यक्ति 200 ग्राम से अधिक डोडा नहीं दिया जाता। वितरण व्यवस्था सही नहीं होने व पक्षपात के चलते घंटों कतार में खड़े रहने के बाद भी कई लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ता है। ऎसे में उन्हें समय व धन की बर्बादी झेलनी पड़ती है। डोडा-पोस्त की किल्लत ने कालाबाजारी बढ़ा दी है।कालाबाजारी में डोडा-पोस्त की कीमत 2 से 3 हजार रूपए प्रति किलो है।
वितरण के लिए निर्घारित वार को सुबह 7 बजते ही दुकान के आगे कतारें लग जाती हैं। महिलाएं भी घरेलू कामकाज छोड़कर कतारों में खड़ी नजर आती हैं। कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के पहरे में डोडा वितरण करना पड़ता है।यहां पर प्रति व्यक्ति 200 ग्राम से अधिक डोडा नहीं दिया जाता। वितरण व्यवस्था सही नहीं होने व पक्षपात के चलते घंटों कतार में खड़े रहने के बाद भी कई लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ता है। ऎसे में उन्हें समय व धन की बर्बादी झेलनी पड़ती है। डोडा-पोस्त की किल्लत ने कालाबाजारी बढ़ा दी है।कालाबाजारी में डोडा-पोस्त की कीमत 2 से 3 हजार रूपए प्रति किलो है।
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