बीकानेर। प्रदेश में 14 जगहों पर जैतून के फार्म विकसित करने के बाद इसके फल से तेल निकालने की तैयारी भी सरकार ने कर ली है।
बीकानेर के लूणकरनसर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में जैतून की रिफाइनरी बनकर तैयार हो गई है।
इस रिफाइनरी का संचालन राजस्थान ओलिव कल्टीवेशन लिमिटेड की ओर से किया जाएगा।
करीब सवा चार करोड़ की लागत से बनी इस जैतून रिफाइनरी का रविवार को प्रदेश के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने अवलोकन किया।
यहां जैतून फार्म मैनेजर सीताराम यादव ने कृ षि मंत्री को इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया। वर्मा ने बताया कि जैतून रिफाइनरी में एक बार में चार से पांच टन फल एक साथ डालकर चालीस मिनट की अवधि में तेल निकाला जा सकता है।
यहां कृषि मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि जैतून रिफाइनरी का उद्घाटन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से करवाया जाएगा। इसके लिए सितम्बर में कार्यक्रम रखा जाना प्रस्तावित है।
बीकानेर के लूणकरनसर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में जैतून की रिफाइनरी बनकर तैयार हो गई है।
इस रिफाइनरी का संचालन राजस्थान ओलिव कल्टीवेशन लिमिटेड की ओर से किया जाएगा।
करीब सवा चार करोड़ की लागत से बनी इस जैतून रिफाइनरी का रविवार को प्रदेश के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने अवलोकन किया।
यहां जैतून फार्म मैनेजर सीताराम यादव ने कृ षि मंत्री को इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया। वर्मा ने बताया कि जैतून रिफाइनरी में एक बार में चार से पांच टन फल एक साथ डालकर चालीस मिनट की अवधि में तेल निकाला जा सकता है।
यहां कृषि मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि जैतून रिफाइनरी का उद्घाटन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से करवाया जाएगा। इसके लिए सितम्बर में कार्यक्रम रखा जाना प्रस्तावित है।
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