बुधवार, 4 जून 2014

सरकार के 3 बड़े फैसले: पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के दो निर्णय बदले, शिक्षक भर्ती के लिए अब एक परीक्षा

जयपुर. राज्य सरकार ने शिक्षक बनने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है। अब शिक्षक भर्ती के लिए गुजरात की तर्ज पर एक ही परीक्षा होगी। शिक्षामंत्री कालीचरण सर्राफ ने इसकी पुष्टि की है। नए नियमों में आरक्षण व्यवस्था लागू रहेगी। शिक्षा विभाग ने भर्ती प्रक्रिया के लिए नियमों में संशोधन का प्रस्ताव मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पास भेजा था। इसमें टेट परीक्षा में ही मेरिट बनाकर नियुक्ति देने का प्रस्ताव था। राजे ने इसे मंजूरी दे दी है।

सरकार के 3 बड़े फैसले: पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के दो निर्णय बदले, शिक्षक भर्ती के लिए अब एक परीक्षागौरतलब है कि केंद्र के नियमों अनुसार टेट खत्म करना संभव नहीं हो पा रहा था, इसलिए शिक्षक भर्ती को आरटेट से सीधे तौर पर जोड़ा गया है।

यूं समझिए नए नियम

आपने बीएड कर रखी है तो...

80% अंक भर्ती परीक्षा
10% स्नातक
10% बीएड
तीनों के अंकों से मेरिट बनेगी। वरीयता से नियुक्ति

आप एसटीसी हैं तो...

80% अंक भर्ती परीक्षा
10% 10वीं के अंक
10% 12वीं के
तीनों के अंक जुडेंग़े। मेरिट के आधार पर नियुक्ति

अभी टेट के बाद हो रही थी शिक्षक भर्ती परीक्षा

ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती दो स्तरों में हो रही है। पहली से 5वीं तक के लिए बारहवीं के बाद प्री-बीएसटीसी फिर बीएसटीसी परीक्षा होती है। इसके बाद टेट व शिक्षक भर्ती परीक्षा। छठी से 8वीं तक के लिए स्नातक परीक्षा के बाद प्री-बीएड, बीएड, टेट और शिक्षक भर्ती परीक्षा।
टेट का प्रमाण पत्र 7 साल के लिए वैध होता है।

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