सोमवार, 26 मई 2014

जोधपुर के नेताओं की राजनीति का शिकार जैसलमेर एयरपोर्ट : कर्नल


जोधपुर के नेताओं की राजनीति का शिकार जैसलमेर एयरपोर्ट : कर्नल
जैसलमेर



बाड़मेर जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जैसलमेर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसके लिए सरकारों को और भी प्रयास करने की जरूरत है। एयरपोर्ट के सवाल पर उन्होंने कहा कि जैसलमेर का सिविल एयरपोर्ट काफी समय पहले बनकर तैयार है लेकिन जोधपुर के बड़े नेताओं की राजनीति का शिकार हो रखा है। उन्होंने कहा कि मैं उन नेताओं का नाम तो नहीं बताऊंगा लेकिन ये वे नेता है जिनका पर्यटन व्यवसाय से जुड़ाव है। कर्नल ने कहा कि जोधपुर के नेता नहीं चाहते कि जैसलमेर में एयरपोर्ट शुरू हो, उनको पता है कि जैसलमेर एयरपोर्ट शुरू हो गया तो उनकी दुकानें बंद हो जाएगी। सांसद चौधरी ने कहा कि लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। केन्द्र सरकार से इस संबंध में चर्चा कर शीघ्र ही एयरपोर्ट को चालू करवा दिया जाएगा।
कुछ लोगों की आदतें खराब और कुछ कंपनियों ने भ्रष्टाचार किया : जैसलमेर में विंड मील व सौर ऊर्जा संयंत्रों के संबंध में कर्नल ने कहा कि यहां बिजली उत्पादन की भरपूर क्षमता है। विंड मील और सौर ऊर्जा प्लांट में आने वाली दिक्कतों की वजह कुछ स्थानीय लोगों की आदतें खराब होना और कुछ हद तक कंपनी भी जिम्मेदार है। शुरूआत में कंपनी ने यहां प्रभावशाली लोगों को पैसे देकर भ्रष्टाचार किया। जिससे अब ग्रामीण क्षेत्रों में पंखों के आसपास जमीन वाले परेशानी उत्पन्न कर रहे हैं। लेकिन अब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जमीन आवंटन आदि की नई नीति बनाएगी जिससे समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
जैसलमेर व बाड़मेर के अच्छे दिन आ गए हैं : कर्नल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जैसलमेर बाड़मेर के अच्छे दिन आ गए हैं। उन्होंने कहा कि मेरी प्राथमिकता जैसलमेर व बाड़मेर के विकास की रहेगी। खासतौर पर यहां बिजली व पानी की समस्या है उसके स्थाई समाधान के प्रयास होंगे। नहरी व बारानी भूमि आवंटन के भी प्रयास किए जाएंगे। शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में भी विशेष कार्य किए जाएंगे। दोनों ही जिलों के सभी विधायक और मैं मिलकर काम करेंगे।
किसी को वापस बीजेपी में लेने के संबंध में मुझे पता नहीं है : जसवंतसिंह के वापस बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर कर्नल चौधरी ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है, मैं तो छोटा कार्यकर्ता हूं। जसवंतसिंह को वापस लेना राजनाथसिंह और नरेन्द्र मोदी के हाथ में है। उन्होंने कहा कि जसवंतसिंह ने राजनाथसिंह व मुख्यमंत्री राजे के बारे में चुनावों के दौरान बहुत कुछ कहा था, जो कि उन्हें शोभा नहीं देता है। जसवंत सिंह ने जो बैनर लगाया था उसमें भी राजनाथसिंह, नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का फोटो नहीं था और केवल लालकृष्ण आडवाणी व अटल बिहारी वाजपेयी का फोटो था।
  

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