नई दिल्ली। वाराणसी से भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के पर्चा दाखिले के दौरान उठी "मोदी सुनामी" को रोकने के लिए कांग्रेस ने एक मजबूत दांव चला है।
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र को विस्तार देते हुए मुस्लिमों के लिए ओबीसी कोटा का प्रावधान करने का चुनावी चाल चली है। कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण के तहत मुस्लिम समुदाय के पिछडे वर्गो को 4.5 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया है।
हालांकि 26 मार्च को जारी हुए कांग्रेस के घोषणा पत्र में पिछडे मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कही गई थी। लेकिन नए पत्र में मनमोहन सरकार के 4.5 फीसदी सब कोटा देने की घोषणा को दोहराया गया है हालांकि इसे कोर्ट में चुनौती दी गई है।
कांग्रेस ने सभी दलित पिछड़ा वर्ग को एससी कोटे के तहत लाने की बात की है, जिसका वे लोग विरोध कर रहे हैं जिनको एससी कोटे के तहत आरक्षण का लाभ मिल रहा है।
एससी कोटे में संशोधन होगा तो दलित मुस्लिम और ईसाई भी इसका लाभ पा सकेंगे। अभी तक यह लाभ हिदुओं और बौद्धों को मिलता रहा है। भाजपा इसका विरोध कर रही है। उसका कहना है कि मुस्लिम और ईसाई समुदाय में जाति आधारित भेदभाव नहीं है।
कांग्रेस को उम्मीद है कि इस दांव से बाकी के तीन चरणों के मतदान में उसे और उसके सहयोगी दलों को लाभ मिल सकता है। कांग्रेस ने चुनाव में सभी पिछड़े समुदायों से समर्थन देने की अपील की है ताकि केंद्र में सत्ता में आने पर वह घोषणा पत्र में पिछडे समुदायों से किए वादे पूरे कर सके।
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र को विस्तार देते हुए मुस्लिमों के लिए ओबीसी कोटा का प्रावधान करने का चुनावी चाल चली है। कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण के तहत मुस्लिम समुदाय के पिछडे वर्गो को 4.5 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया है।
हालांकि 26 मार्च को जारी हुए कांग्रेस के घोषणा पत्र में पिछडे मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कही गई थी। लेकिन नए पत्र में मनमोहन सरकार के 4.5 फीसदी सब कोटा देने की घोषणा को दोहराया गया है हालांकि इसे कोर्ट में चुनौती दी गई है।
कांग्रेस ने सभी दलित पिछड़ा वर्ग को एससी कोटे के तहत लाने की बात की है, जिसका वे लोग विरोध कर रहे हैं जिनको एससी कोटे के तहत आरक्षण का लाभ मिल रहा है।
एससी कोटे में संशोधन होगा तो दलित मुस्लिम और ईसाई भी इसका लाभ पा सकेंगे। अभी तक यह लाभ हिदुओं और बौद्धों को मिलता रहा है। भाजपा इसका विरोध कर रही है। उसका कहना है कि मुस्लिम और ईसाई समुदाय में जाति आधारित भेदभाव नहीं है।
कांग्रेस को उम्मीद है कि इस दांव से बाकी के तीन चरणों के मतदान में उसे और उसके सहयोगी दलों को लाभ मिल सकता है। कांग्रेस ने चुनाव में सभी पिछड़े समुदायों से समर्थन देने की अपील की है ताकि केंद्र में सत्ता में आने पर वह घोषणा पत्र में पिछडे समुदायों से किए वादे पूरे कर सके।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें