जयपुर। राजस्थान के भीलवाडा जिले के जहाजपुर क्षेत्र में एक आंगनबाड़ी केन्द्र पर पल्स पोलियो दवा पिलाने के बाद एक बच्चे की मौत हो जाने का मामला सामने आया हैं।
सूत्रों के अनुसार पल्स पोलियो अभियान के द्वितीय चरण के तहत क्षेत्र के ईटूंदा आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाई जा रही थी और गांव के नौ महीने के मोहित को भी दवा पिलाई गई लेकिन दवा पिलाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया।
जहाजपुर एसडीएम ओम प्रकाश फुलवारिया के अनुसार दवा पिलाने के बाद मोहित की मौत का मामला सामने आया हैं लेकिन अभी यह पुख्ता नहीं हो पाया हैं कि बच्चे की मौत किस कारण से हुई हैं।
फु लवारिया ने बताया कि मामले की जांच की जा रही हैं और बच्चे के शव के पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा कि उसकी मौत कैसे हुई। उन्होंने बताया कि वह खुद मौके पर पहुंच गए हैं और पोलियो दवा केन्द्र पर दवा आदि का निरीक्षण कर लिया गया जो समयावधि पार की नहीं पाई गई हैं।
उन्होंने कहा कि यह दवा मोहित से पहले एक सौ एक बच्चों को पिलाई जा चुकी थी ऎसे में इस दवा से मोहित की मौत होना नहीं लगता। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम एवं जांच के बाद ही पता चलेगा कि बच्चा बीमार था या दवा से उसकी मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार पल्स पोलियो अभियान के द्वितीय चरण के तहत क्षेत्र के ईटूंदा आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाई जा रही थी और गांव के नौ महीने के मोहित को भी दवा पिलाई गई लेकिन दवा पिलाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया।
जहाजपुर एसडीएम ओम प्रकाश फुलवारिया के अनुसार दवा पिलाने के बाद मोहित की मौत का मामला सामने आया हैं लेकिन अभी यह पुख्ता नहीं हो पाया हैं कि बच्चे की मौत किस कारण से हुई हैं।
फु लवारिया ने बताया कि मामले की जांच की जा रही हैं और बच्चे के शव के पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा कि उसकी मौत कैसे हुई। उन्होंने बताया कि वह खुद मौके पर पहुंच गए हैं और पोलियो दवा केन्द्र पर दवा आदि का निरीक्षण कर लिया गया जो समयावधि पार की नहीं पाई गई हैं।
उन्होंने कहा कि यह दवा मोहित से पहले एक सौ एक बच्चों को पिलाई जा चुकी थी ऎसे में इस दवा से मोहित की मौत होना नहीं लगता। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम एवं जांच के बाद ही पता चलेगा कि बच्चा बीमार था या दवा से उसकी मौत हो गई।
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