रविवार, 2 फ़रवरी 2014

कुषल वाटिका प्रथम वर्षगांठ सम्पन्न



कुषल वाटिका प्रथम वर्षगांठ सम्पन्न

सैकड़ों श्रद्धालु उमड़े, मुनिसुव्रत स्वामी महापूजन सम्पन्न

बाड़मेर, 2 फरवरी। राष्ट्रीय राज मार्ग-15 पर सिथत प्रवर्तिनी प्रमोद श्रीजी म.सा की स्मृति में बनी कुषल वाटिका प्रांगण में मुनिसुव्रत स्वामी, दादावाड़ी, नवग्रह मनिदर, देवी-देव, गुरू मनिदरों की प्रथम ध्वजारोहण प.पू. पल्लीवाल रत्न मुनिराज मणिरत्न सागर जी म.सा. व कुषल वाटिका प्रेरणादात्री प.पू. गुरूवर्या डा. विधुतप्रभा श्रीजी म.सा. आदि की पावन निश्रा में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

कुषल वाटिका ट्रस्ट के महामंत्री मांगीलाल मालू व प्रचार मंत्री केवलचन्द छाजेड़ ने बताया कि सर्वप्रथम श्री मुनिसुव्रत स्वामी मनिदर में सतरह भेदी पूजा का आयोजन कर सभी 9 मनिदरों के लाभार्थी परिवारों द्वारा परिवारजन के सहित शुभ मुहर्ूत 9.45 बजे गाजे-बाजे, सुप्रसिद्ध बैण्ड, ढोल नगाड़ा व पुण्यायाम-पुण्यायाम, प्रियन्तम-प्रियन्तम के जय घोष के साथ गुरूभक्तों द्वारा मन्त्रोचार व वासक्षेप देकर ध्वाजारोहण किया गया।

कुषल वाटिका के कोषाध्यक्ष बाबुलाल टी बोथरा ने बताया कि ध्वाजारोहण के कार्यक्रम के बाद कांतिमणी प्रवचन पण्डाल में मणिरत्न सागर म.सा. के मांगलिक के साथ धर्मसभा का अयोजन किया गया। जिसमें गुरूभंगवतों के प्रवचन व कार्यक्रम के लाभार्थी परिवारों का ट्रस्ट मण्डल द्वारा बहुमान किया गया। इस प्रवचन पण्डाल में बीसवें तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी महापूजन का अयोजन अहमदाबाद के सुप्रसिद्ध विधिकारक दिलीप भार्इ व धानेराव के संगीतकार द्वारा 108 आराधकों के साथ विधि-विधान सहित सभी को यंत्र भेंट कर करवाया गया। मुख्य यंत्र के लाभार्थी सम्पतराज प्रकाषचन्द लूणिया, बाड़मेर व यंत्र भेंट करने के लाभार्थी रतनलाल चिंतामणदास पारख परिवार, चौहटन ने लाभ लिया। इस कार्यक्रम में वार्षिक पूजाओं के चढ़ावे बोले गये। जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। स्वामी वात्सल्य का आयोजन मांगीलाल आसूलाल मालू परिवार, चौहटन वालों ने किया। कार्यक्रम में अहमदाबाद, सूरत, पाली, जोधपुर, बालोतरा, सांचोर, धोरीमन्ना, चौहटन व आस-पास के सैकड़ों लोगों सहित ट्रस्ट अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संघवी तेजराज गुलेच्छा, हरि विहार ट्रस्ट के महामंत्री बाबूलाल लूणिया, ट्रस्टी जगदीष भंसाली, सम्पतराज बोथरा, सुरेष लूणिया, बाबूलाल संखलेचा, रतनलाल हालावाला, सम्पतराज धारीवाल, बाबूलाल मालू, उदयराज गांधी, शंकरलाल धारीवाल, रतनलाल संखलेचा, बाबूलाल सेठिया, चम्पालाल छाजेड़, खेतमल बोथरा, शांतिलाल छाजेड़, बंषीधर बोथरा, सजनराज मेहता, कैलाष कोटडि़या, नाकोड़ा ट्रस्टी वीरचन्द वडेरा, राणमल संखलेचा, पारसमल गोठी, सम्पतराज अवतारी, हस्तीमल बोथरा, धनराज भंसाली, रायचन्द दायमा, भैरचन्द लूणिया, रणजीतमल मालू, विनोदकुमार हालावाला, पुखराज लूणिया, गौतम मालू, खेतमल तातेड़ सहित कर्इ गणमान्य लोग उपसिथत थे।

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