रविवार, 12 जनवरी 2014

मानवेन्द्र सिंह ने एक माह में किया नर्मदा नहर का वादा पूरा

मानवेन्द्र सिंह ने एक माह में किया नर्मदा नहर का वादा पूरा 

चौहटन, रामसर व शिव के 527 गांवों के लिए प्रोजेक्ट मंजूर, 1220 करोड़ की आएगी लागत

बाड़मेर शिव विधानसभा क्षेत्र के नव निर्वाचित विधायक मानवेन्द्र सिंह ने चुनावो में कि गई घोषणा को चुनाव जीतने के एक माह के भीतर अपने विधानसभा क्षेत्र के वाशिंदो को नर्मदा नहर का पानी देने के वाडे पर अमल शुरू कर सौगात दी ,अब शिव और रामसर के वशिबड़े नर्मदा नहर के पानी से लाभान्वित होंगे साथ ही सदियो पुराणी परंपरागत पेयजल समस्या का स्थाई समाधान भी मिल गया। क्षेत्र के वाशिंदो में ख़ुशी कि लहर हें रेत की रग रग में पानी की बूंदें सहेजना सरहदी गांवों के लोगों की फितरत में शुमार है। सदियों से मीठे पानी के इंतजार में कई पीढिय़ां गुजर गई। नहरी पानी का ख्वाब तो शायद ही किसी ने सपने में देखा होगा। दशकों लंबे इंतजार के बाद मंजूर हुए प्रोजेक्ट के अनुसार चौहटन, रामसर व शिव के 527 गांवों को नर्मदा का मीठा पानी मिलेगा। इस पर 1220 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
चौहटन, रामसर व शिव तहसील क्षेत्र के गांवों में नर्मदा नहर का पानी पहुंचाने के लिए हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर जारी किए गए हैं। इस कंपनी ने साइट सर्वे शुरू है। जल्द ही पाइप लाइन बिछाने व जलाशय का निर्माण कार्य प्रारंभ किए जाएंगे। इस महत्ती योजना से रामसर तहसील के 95 गांव, शिव के 110 व चौहटन के 322 गांवों को लाभांवित होंगे। सरहदी गांवों में नहरी पानी का साढ़े तीन साल से इंतजार था। इसके अलावा गुड़ामालानी क्षेत्र के 317 गांवों में नर्मदा का पानी पहुंचाने का प्रोजेक्ट तैयार है। इसके टेंडर 29 जनवरी को जारी होंगे।
 
तहसील गांव

चौहटन 322

शिव 110

रामसर 95

लागत 1220 करोड़

समय अवधि 42 माह 


टेंडर जारी, कार्य शुरू 
॥नर्मदा नहर का पानी चौहटन, रामसर व शिव तहसील के गांवों में पहुंचाने के लिए टेंडर जारी हो चुके है। नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी ने साइट सर्वे शुरू कर दिया है। जल्द ही जलाशय व पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया जाएगा। इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो साढ़े तीन साल में सरहदी गांवों में नहरी पानी का सपना साकार होगा। 
-प्रहलाद पंवार, अधिशाषी अभियंता नर्मदा प्रोजेक्ट। 

दो नए सर्कल बनेंगे 

फिलहाल नर्मदा प्रोजेक्ट का संचालन सांचौर स्थित सर्कल से होता है। अब चौहटन, रामसर व शिव क्षेत्र के गांवों के लिए नए प्रोजेक्ट स्वीकृत हो चुके है। इसलिए बाड़मेर व गुड़ामालानी में एक एक सर्कल सृजित होगा। जहां पर अधिशाषी अभियंता स्तर के अधिकारी बैठेंगे, जिससे प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग व संचालन सुचारू रूप से हो पाएगा। 

मौजूदा हालात 

चौहटन, रामसर व शिव के सरहदी गांवों में पीएचईडी के इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। अनियमित जलापूर्ति से गांवों में बनी पानी की टंकियां (जीएलआर) सूखी है। ऐसे में ग्रामीण बेरियों पर निर्भर रहने को मजबूर है। भूजल स्तर में लगातार गिरावट से भीषण पेयजल संकट के हालात बने है। 



मीठे पानी की मुराद पूरी होगी 
॥देर आए दुरुस्त आए आखिर नर्मदा नहर का प्रोजेक्ट मंजूर होने से लोगों की मुरादें पूरी होगी। मीठे पानी का ख्वाब पुरखों ने देखा था। यह हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। 
सवाई  सिंह सामाजिक कार्यकर्ता रामसर 

॥हरसाणी क्षेत्र में दशकों से बरकरार पेयजल समस्या का स्थाई समाधान होगा। इस महत्ती योजना से क्षेत्र के लोगों को मीठा पानी नसीब होगा। प्रोजेक्ट पूरा होने से पेयजल समस्या खत्म हो जाएगी। 
-सबल सिंह भाटी  हरसाणी 

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