सोमवार, 13 जनवरी 2014

सचिन बने राजस्थान कांग्रेस के "पायलट"

नई दिल्ली। राजस्थान में शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी ने प्रदेश की बागडोर युवा नेता सचिन पायलट को सौंप दी है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ.अर्चना शर्मा के अनुसार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी गरूदास कामत ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को इस बारे में सूचित किया है। डॉ. शर्मा के अनुसार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद उनके स्थान पर पायलट को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष मनोनीत किया है।

उल्लेखनीय है कि लम्बे समय से सचिन पायलट का नाम बतौर अध्यक्ष चर्चा में था। प्रदेश में चारों खाने चित रहने वाली प्रदेश कांग्रेस को युवा नेतृत्व देने के लिए सचिन के नाम पर पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मुहर पहले ही लग चुकी थी और अब महज घोषणा होनी शेष थी।

चन्द्रभान के इस्तीफे के बाद से थी चर्चा


सचिन पायलट वर्तमान में बतौर केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रदेश और केन्द्र राजनीति में सक्रिय है। सूत्रों के अनुसार चुनाव हारने के बाद पूर्व प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रभान के इस्तीफे से शुरू हुई नए प्रदेशाध्यक्ष के चयन की कवायद में राहुल गांधी की ओर से यह बागडोर किसी युवा नेता को देने की बात सामने आई। ऎसे में सचिन को राहुल गांधी के नजदीकी चुनिंदा नेताओं में शामिल होने का फायदा मिला।

युवाओं को बढ़ावा दे रहे हैं राहुल

माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार की गाज राजस्थान प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान पर गिरना तय है। हालांकि डॉ चन्द्रभान चुनाव में हार के बाद अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि केन्द्रीय नेतृत्व ने प्रदेश कांग्रेस में बदलाव के संकेत दे चुकी हैं और इसमें चंद्रभान की छुट्टी तय है।

तीन धड़ों में बंटी प्रदेश कांग्रेस?

पीसीसी सूत्रों की मानें तो गहलोत दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले और अपनी सफाई दी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी गहलोत द्वारा दी गई हार की सफाई से संतुष्ट नहीं हुई हैं। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा कि राजस्थान में कांग्रेस नेताओं की कांग्रेस हो गई है। चुनाव से पहले ही कांग्रेस गहलोत, सीपी और चन्द्रभान जैसे तीन धड़ों में बंटी हुई थी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूछा कि असली कांग्रेस कहां है।

सोनिया बदलना चाहती है पीसीसी की छवि

माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी धी सख्त फैसले ले सकती हैं। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस आलाकमान चाहती हैं कि प्रदेश में पार्टी की हार के बाद नेता बदलने से काम नहीं चलेगा बल्कि अब गहलोत और सीपी की छवि से अलग छवि के नेता की जरूरत है जो सभी समुदायों को साथ लेकर चलने की क्षमता रखता हो। जिसे भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष या फिर नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी जाए वह केवल पार्टी के हित में काम करे। सूत्रों की माने आने वाले दिनों में पूरी पार्टी में ही बदलाव के आसार नजर आ रहे हैं।

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