लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 9 वर्षीय एक बच्ची से बलात्कार करके उसकी हत्या कर दी गई। अधिकारियों ने आज बताया कि रहीम यार खान जिले के मौजा घुनिया की रहने वाली बच्ची की मां काता ने बताया कि उसकी बच्ची गत गुरूवार को अपने घर के बाहर खेलते समय लापता हो गई थी।
काता ने पुलिस को सूचित किया और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बच्ची के अभिभावकों और अन्य रिश्तेदारों ने उसका पता लगाने के काफी प्रयास किया, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ। कल काता के कुछ रिश्तेदारों ने बच्ची का शव खेत में देखा। पुलिस शव को खानपुर स्थित सरकारी अस्पताल ले गई, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने उसका पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया। नाराज परिवार के सदस्यों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। स्थानीय प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया, जिसमें बलात्कार की पुष्टि हुई।
चिकित्सक ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि लड़की की बलात्कार के समय मौत हो गई।’’ पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़े अल्पसंख्यक हैं, लेकिन उनकी जनसंख्या 18 करोड़ की कुल जनसंख्या की मात्र दो प्रतिशत है। अधिकतर हिंदू दक्षिणी सिंध प्रांत में रहते हैं, जहां अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं का कथित अपहरण और उनका जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन के कई मामले हुए हैं। बलूचिस्तान में हाल के वर्षों में समुदाय को आतंकवादियों और आपराधिक गिरोहों ने निशाना बनाया है।
काता ने पुलिस को सूचित किया और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बच्ची के अभिभावकों और अन्य रिश्तेदारों ने उसका पता लगाने के काफी प्रयास किया, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ। कल काता के कुछ रिश्तेदारों ने बच्ची का शव खेत में देखा। पुलिस शव को खानपुर स्थित सरकारी अस्पताल ले गई, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने उसका पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया। नाराज परिवार के सदस्यों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। स्थानीय प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया, जिसमें बलात्कार की पुष्टि हुई।
चिकित्सक ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि लड़की की बलात्कार के समय मौत हो गई।’’ पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़े अल्पसंख्यक हैं, लेकिन उनकी जनसंख्या 18 करोड़ की कुल जनसंख्या की मात्र दो प्रतिशत है। अधिकतर हिंदू दक्षिणी सिंध प्रांत में रहते हैं, जहां अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं का कथित अपहरण और उनका जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन के कई मामले हुए हैं। बलूचिस्तान में हाल के वर्षों में समुदाय को आतंकवादियों और आपराधिक गिरोहों ने निशाना बनाया है।
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