बुधवार, 29 जनवरी 2014

लिपिक रिश्वत लेते गिरफ्तार

जालोर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को नगर परिषद कार्यालय के लिपिक को तीन हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपित लिपिक को बुधवार को पाली स्थित एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एसीबी निरीक्षक जितेन्द्रसिंह मेड़तिया ने बताया कि जालोर के बड़ी पोल निवासी जबराराम सरगरा ने परिवाद पेश कर नगर परिषद के लिपिक रतनसिंह निवासी सरवड़ी (बाड़मेर) द्वारा मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना की दूसरी किश्त की राशि जारी करने की एवज में पांच हजार रूपए मांगने की शिकायत की। इसमें से दो हजार रूपए सोमवार को दिए गए। शिकायत के सत्यापन के बाद परिवादी को तीन हजार रूपए देकर नगर परिषद कार्यालय भेजा गया। वहां टीम ने लिपिक को तीन हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। टीम में अवतारसिंह, सोहन लाल, मोहनलाल, सांवलाराम, दलेश कुमार व तेजाराम मौजूद रहे।

पहले भी शिकायतें
एसीबी पुलिस निरीक्षक मेड़तिया के अनुसार लिपिक रतनसिंह की पहले भी रिश्वत मांगने की शिकायतें आती रही हैं। लेकिन परिवाद पेश नहीं होने के कारण कार्रवाई नहीं हो पाई। मंगलवार को रिश्वत मामले में परिवाद पेश होते ही टीम ने तत्काल शिकायत का सत्यापन कर कार्रवाई को अंजाम दे दिया।

आठ दिन में दूसरी कार्रवाई
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से आठ दिन में यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले 21 जनवरी को ब्यूरो टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक आनंद भट्ट को रिश्वत लेते रंगे हाथों धरा था।

इसलिए चलती है मनमानी
मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना के तहत लाभान्वित परिवार को तीन किश्तों में 75 हजार रूपए की राशि देने का प्रावधान है, लेकिन यह राशि चेक के रूप में स्थानीय निकाय की ओर से लाभान्वित व्यक्ति को दी जाती है। ऎसे में सम्बन्घित कार्मिक की ओर से क्लेम खारिज करने की धमकी देने के साथ ही मनमानी भी जमकर चलती है।

नगर परिषद में खलबली
लिपिक को रिश्वत राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार करने की कार्रवाई के बाद नगर परिषद परिसर में खलबली मच गई। कई कार्मिकों ने अपने मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिए। नगर परिषद सभापति व आयुक्त के मोबाइल भी स्वीच ऑफ मिले।

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