पाली। एक निलम्बित शिक्षक को बहाल कराने के लिए दस हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रायपुर मारवाड़ के ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी रतनलाल मेघवाल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पाली की टीम ने मंगलवार सुबह रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
इस मामले में सहायक ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी शिवदत्त चारण को भी आरोपी बनाया गया है। कार्रवाई की भनक लगने पर चारण फरार हो गया, जिसकी तलाश में एसीबी और पुलिस की टीम जगह-जगह दबिश दे रही है।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीपी शर्मा ने बताया कि गिरी निवासी शिक्षक फताराम रेगर पुष्कर थाने में दर्ज एक मामले में न्यायिक अभिरक्षा में रहा। उसे आठ माह पूर्व निलम्बित कर बीईईओ कार्यालय जैतारण बीईईओ कार्यालय मुख्यालय में उपस्थिति देने को कहा गया।
इसके बाद से फताराम रायपुर बीईईओ और एबीईओ से मिला और बहाल करवाने की गुजारिश कीं उससे पुन: बहाल करने के लिए एबीईओ शिवदत्त चारण ने बीस हजार रूपए की रिश्वत मांगी।
सौदा बारह हजार रूपए में तय हुआ। पांच दिन पूर्व दो हजार रूपए देकर शिक्षक ने शिकायत का सत्यापन करवाया। इस अवधि में बीस बार ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी चारण से शिक्षक फताराम ने बात रिकॉर्ड की। चारण ने मंगलवार को पैसे बीईईओ मेघवाल को उसके निमाज स्थित घर पर देने को कहा। जैसे ही उसने रूपए थमाए एसीबी टीम ने उसे दबोच लिया।
यहां से एसीबी अधिकारियों ने मेघवाल को एबीईईओ को फोन कर लोकेशन ट्रेस की, लेकिन वह खुद के झूठा गांव में होने की बात कहते हुए फरार हो गया। हालांकि जैतारण व रायपुर थाना पुलिस ने उसका पीछा किया, लेकिन बताया जाता है कि वह एक कार में बैठकर फरार हो गया। पुलिस ने बीईईओ के निमाज स्थित और एबीईईओ के जोधपुर की बीजेएस कॉलोनी स्थित मकानों पर दबिश देकर संपत्ती का आंकलन कर रही है।
एबीईईओ हो चुका है निलम्बित
गंभीर अनियमितताओं की शिकायत के चलते एबीईईओ शिवदत्त चारण को निदेशक वीणा प्रधान कुछ माह पूर्व निलम्बित कर चुकी है। कुछ दिनों पूर्व ही यह बहाल हुआ था।
रिटायर हो रहे डीईईओ का भी नाम आया
एसीबी के अधिकारियों के इस मामले में रिकॉडिंüग में आरोपित एबीईईओ यह कह रहा है कि उसकी जिला शिक्षा अधिकारी से बात हो गई है, वह फताराम को बहाल करवा देगा।
23 दिसम्बर को दोनों अधिकारियों ने फताराम को बहाल करने की अनुशंमाा करते हुए पत्र भी लिखा। इसके बाद एसीबी ने 24 दिसम्बर को ट्रेप करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक तखतसिंह मंगलवार को ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
नौ साल में दूसरा बीईईओ ट्रेप
19 मई 2004 को विकास अधिकारी शम्भूदयाल "ार्मा को एसीबी ने दो हजार रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। उस समय शर्मा के पास ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी का चार्ज था। उसने शिक्षक आत्मप्रकाश चौहान को जांच में निर्दोष साबित करने के लिए तीन हजार रूपए मांगे थे।
इस मामले में सहायक ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी शिवदत्त चारण को भी आरोपी बनाया गया है। कार्रवाई की भनक लगने पर चारण फरार हो गया, जिसकी तलाश में एसीबी और पुलिस की टीम जगह-जगह दबिश दे रही है।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीपी शर्मा ने बताया कि गिरी निवासी शिक्षक फताराम रेगर पुष्कर थाने में दर्ज एक मामले में न्यायिक अभिरक्षा में रहा। उसे आठ माह पूर्व निलम्बित कर बीईईओ कार्यालय जैतारण बीईईओ कार्यालय मुख्यालय में उपस्थिति देने को कहा गया।
इसके बाद से फताराम रायपुर बीईईओ और एबीईओ से मिला और बहाल करवाने की गुजारिश कीं उससे पुन: बहाल करने के लिए एबीईओ शिवदत्त चारण ने बीस हजार रूपए की रिश्वत मांगी।
सौदा बारह हजार रूपए में तय हुआ। पांच दिन पूर्व दो हजार रूपए देकर शिक्षक ने शिकायत का सत्यापन करवाया। इस अवधि में बीस बार ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी चारण से शिक्षक फताराम ने बात रिकॉर्ड की। चारण ने मंगलवार को पैसे बीईईओ मेघवाल को उसके निमाज स्थित घर पर देने को कहा। जैसे ही उसने रूपए थमाए एसीबी टीम ने उसे दबोच लिया।
यहां से एसीबी अधिकारियों ने मेघवाल को एबीईईओ को फोन कर लोकेशन ट्रेस की, लेकिन वह खुद के झूठा गांव में होने की बात कहते हुए फरार हो गया। हालांकि जैतारण व रायपुर थाना पुलिस ने उसका पीछा किया, लेकिन बताया जाता है कि वह एक कार में बैठकर फरार हो गया। पुलिस ने बीईईओ के निमाज स्थित और एबीईईओ के जोधपुर की बीजेएस कॉलोनी स्थित मकानों पर दबिश देकर संपत्ती का आंकलन कर रही है।
एबीईईओ हो चुका है निलम्बित
गंभीर अनियमितताओं की शिकायत के चलते एबीईईओ शिवदत्त चारण को निदेशक वीणा प्रधान कुछ माह पूर्व निलम्बित कर चुकी है। कुछ दिनों पूर्व ही यह बहाल हुआ था।
रिटायर हो रहे डीईईओ का भी नाम आया
एसीबी के अधिकारियों के इस मामले में रिकॉडिंüग में आरोपित एबीईईओ यह कह रहा है कि उसकी जिला शिक्षा अधिकारी से बात हो गई है, वह फताराम को बहाल करवा देगा।
23 दिसम्बर को दोनों अधिकारियों ने फताराम को बहाल करने की अनुशंमाा करते हुए पत्र भी लिखा। इसके बाद एसीबी ने 24 दिसम्बर को ट्रेप करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक तखतसिंह मंगलवार को ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
नौ साल में दूसरा बीईईओ ट्रेप
19 मई 2004 को विकास अधिकारी शम्भूदयाल "ार्मा को एसीबी ने दो हजार रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। उस समय शर्मा के पास ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी का चार्ज था। उसने शिक्षक आत्मप्रकाश चौहान को जांच में निर्दोष साबित करने के लिए तीन हजार रूपए मांगे थे।
samsat rajasthan mein beeo v abeeo log lagbhag curpat h.koi eka duka hi imandar hoga.sarwadhik sikshako ko loota ja rha h.poshar iski jad h.jo govt.teachro ki gle ki hadi bani hue h.beeo v deeo ofice k loge inka kya hal bnate h ye siksak hi jante h.sikshak sangh bhi faltu lolipop h.kuch neta kism ke logo ka kam hota h.baki ram ram.
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