राजस्थान सरकार के मंत्रियों के लिए बंगलें आवंटित कर दिए गए हैं। कुछ दिन पहले ही सभी मंत्रियों की पसंद व सुझाव मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पास भेज दिए गए थे। मुख्यमंत्री के पास पहुंचे आवेदनों के बाद राजे ने पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी। हालांकि अभी तक नंदलाल मीणा एवं कैलाश मेघवाल को अभी तक कोई बंगला आवंटित नहीं किया गया है।
सरकार के सबसे ताकतवार मंत्री गुलाबचंद कटारिया को सिविल लाइंस में बंगला नंबर 383 दिया गया है। जबकि चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ को बंगला नंबर 48 दिया गया। इसी तरह शिक्षा मंत्री काली चरण सराफ
को अस्पताल रोड़ स्थित बंगला नंबर 4 आवंटित किया गया है। जबकि सांवरलाल जाट को सिविल लाइंस में बंगला नंबर 11, कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी को बंगला नंबर 47, गजेंद्र सिंह को बंगला नंबर 18 डी, यूनुस खान को बंगला नंबर 382 दिया गया है।
पहली बार विधायक और मंत्री बने अरुण चतुर्वेदी को सिविल लाइंस स्थित बंगला नंबर 385 बी, सहकारिता राज्य मंत्री अजय सिंह किलक को 50 नंबर और हेमसिंह को 380 नंबर का बंगला दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बंगला नंबर 49 दिया गया है। बंगला नंबर 49 के लिए चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने आवेदन किया था। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 48 नंबर बंगले के बजाय 49 नंबर में रहने की इच्छा जाहिर कर दी थी। जिसके बाद गहलोत को प्राथमिकता देते हुए उन्हें 49 नंबर बंगला आवंटित कर दिया गया। इस बंगले में पूर्व सरकार के मंत्री महिपाल मदेरणा रह रहे थे।
सरकार के सबसे ताकतवार मंत्री गुलाबचंद कटारिया को सिविल लाइंस में बंगला नंबर 383 दिया गया है। जबकि चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ को बंगला नंबर 48 दिया गया। इसी तरह शिक्षा मंत्री काली चरण सराफ
को अस्पताल रोड़ स्थित बंगला नंबर 4 आवंटित किया गया है। जबकि सांवरलाल जाट को सिविल लाइंस में बंगला नंबर 11, कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी को बंगला नंबर 47, गजेंद्र सिंह को बंगला नंबर 18 डी, यूनुस खान को बंगला नंबर 382 दिया गया है।
पहली बार विधायक और मंत्री बने अरुण चतुर्वेदी को सिविल लाइंस स्थित बंगला नंबर 385 बी, सहकारिता राज्य मंत्री अजय सिंह किलक को 50 नंबर और हेमसिंह को 380 नंबर का बंगला दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बंगला नंबर 49 दिया गया है। बंगला नंबर 49 के लिए चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने आवेदन किया था। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 48 नंबर बंगले के बजाय 49 नंबर में रहने की इच्छा जाहिर कर दी थी। जिसके बाद गहलोत को प्राथमिकता देते हुए उन्हें 49 नंबर बंगला आवंटित कर दिया गया। इस बंगले में पूर्व सरकार के मंत्री महिपाल मदेरणा रह रहे थे।
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