सऊदी कोर्ट ने एक पति को 20 कोड़े मारने की सजा सुनाई, क्योंकि उसने अपनी पत्नी पर शादी के दौरान वर्जिन न होने का आरोप लगाया था। सऊदी न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, यमन के व्यक्ति को उसकी पत्नी को सार्वजनिक रूप से उसके बाप, भाई और पड़ोसियों के सामने बेइज्जत करने का दोषी माना गया है। इस मानहानि के लिए महिला ने कोर्ट में गुहार लगाई और अपने खोए हुए सम्मान को वापस पा लिया।
सऊदी शहर मक्का के कोर्ट में जज ने दोषी पति को सार्वजनिक तौर पर 20 कोड़े मारने की सजा सुना दी। पति ने अदालत में बयान दिया था कि उसकी पत्नी पहले शादी कर चुकी थी। फिर तलाक के बाद उससे शादी हुई। पति ने बताया कि शादी के दौरान अनुबंध होता है कि पत्नी वर्जिन होगी। गौरतलब है कि बीते समय शारीरिक प्रताड़ना और मौत की सजा के मामले में सऊदी अरब की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी आलोचना होती रही है। एक राजनीतिक कार्यकर्ता द्वारा सऊदी अरब की संवैधानिक राजशाही पर सवाल उठाने पर इस महीने 300 कोड़े मारने और चार साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। ओमर अल-सईद सऊदी सिविल पॉलिटिकल राइट एसोसिएशन का सदस्य था। उसे सऊदी परिवार के खिलाफ बयान देने और देश में मानवाधिकार और लोकतंत्र की पैरवी करने के लिए जेल भेज दिया गया।
सऊदी शहर मक्का के कोर्ट में जज ने दोषी पति को सार्वजनिक तौर पर 20 कोड़े मारने की सजा सुना दी। पति ने अदालत में बयान दिया था कि उसकी पत्नी पहले शादी कर चुकी थी। फिर तलाक के बाद उससे शादी हुई। पति ने बताया कि शादी के दौरान अनुबंध होता है कि पत्नी वर्जिन होगी। गौरतलब है कि बीते समय शारीरिक प्रताड़ना और मौत की सजा के मामले में सऊदी अरब की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी आलोचना होती रही है। एक राजनीतिक कार्यकर्ता द्वारा सऊदी अरब की संवैधानिक राजशाही पर सवाल उठाने पर इस महीने 300 कोड़े मारने और चार साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। ओमर अल-सईद सऊदी सिविल पॉलिटिकल राइट एसोसिएशन का सदस्य था। उसे सऊदी परिवार के खिलाफ बयान देने और देश में मानवाधिकार और लोकतंत्र की पैरवी करने के लिए जेल भेज दिया गया।
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