ओहियो। खिलंदड़ लोगों की महिमा भी निराली होती है, वे जहां भी जाते हैं अपना रंग जमा देते हैं। यहां तक की महिलाओं को भी खिलंदड़ मर्द काफी पसंद होते हैं और वे उनपर कमोबेश मर ही मिटती हैं। हालांकि सोसाइटी खिलंदड़ महिलाओं के बारे में ऎसा नहीं सोचती।
लेकिन यही खिलंदड़ लोग अगर "कैजुअल सेक्स" भी करने लग जाते हैं तो यकीन मानिए ये खुद ही अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे होते हैं। फिर वे चाहे मर्द हों या महिला हों...
यहां की स्टेट युनिवर्सिटी की ओर से की गई स्टडी में कैजुअल सेक्स को मानसिक स्वास्थ्य के लिए घातक माना गया है। ऎसे लोगों में डिप्रेशन और आत्महत्या के विचार भी पैदा हो जाते हैं।
स्टडी में इसका उलट भी साबित किया गया कि जिन टीनेजर में डिप्रेशन के विचार होते हैं वे ही कैजुअल सेक्स की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं।
इस दौरान रिसर्चर्स ने 150 से भी ज्यादा अमरीकी स्कूलों के 10 हजार युवाओं से सवाल जवाब किए। सभी की उम्र 18 से 26 के बीच में थी। इनसे रिलेशनशिप, डिप्रेशन और आत्महत्या के विचारों से संबंधित सवाल पूछे गए।
इस स्टडी के अनुुसार खराब मानसिक स्वास्थय वाले युवाओं को जल्दी पहचान कर उन्हे संभालना चाहिए ताकि वे कैजुअल सेक्स की आदतों में न पड़ सकें।
लेकिन यही खिलंदड़ लोग अगर "कैजुअल सेक्स" भी करने लग जाते हैं तो यकीन मानिए ये खुद ही अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे होते हैं। फिर वे चाहे मर्द हों या महिला हों...
यहां की स्टेट युनिवर्सिटी की ओर से की गई स्टडी में कैजुअल सेक्स को मानसिक स्वास्थ्य के लिए घातक माना गया है। ऎसे लोगों में डिप्रेशन और आत्महत्या के विचार भी पैदा हो जाते हैं।
स्टडी में इसका उलट भी साबित किया गया कि जिन टीनेजर में डिप्रेशन के विचार होते हैं वे ही कैजुअल सेक्स की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं।
इस दौरान रिसर्चर्स ने 150 से भी ज्यादा अमरीकी स्कूलों के 10 हजार युवाओं से सवाल जवाब किए। सभी की उम्र 18 से 26 के बीच में थी। इनसे रिलेशनशिप, डिप्रेशन और आत्महत्या के विचारों से संबंधित सवाल पूछे गए।
इस स्टडी के अनुुसार खराब मानसिक स्वास्थय वाले युवाओं को जल्दी पहचान कर उन्हे संभालना चाहिए ताकि वे कैजुअल सेक्स की आदतों में न पड़ सकें।
सुन्दर प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय