जबलपुर। विधानसभा चुनाव में जबलपुर के आठ विधानसभा क्षेत्रों में शाम 4 बजे तक 55 फीसदी मतदान किया गया। जबकि शहडोल 67, उमरिया 70, अनूपपुर 65, नरसिंहपुर में 74, मंडला में 65.49, डिंडोरी में 63, दमोह 70.85, सागर 52, टीकमगढ़ 62, छतरपुर 58.33 व कटनी में 64 फीसदी मतदान किया गया।
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी मतदाताओं की संख्या अधिक होने से अंधेरा होने के बाद भी मतदान जारी रहा। विदित हो कि मतदान का समय शाम 5 बजे तक निर्घारित किया गया था, किंतु मतदाताओं की संख्या अधिक होने से ये शाम 7 बजे तक जारी रहा, जिससे मतदान का प्रतिशत निर्घारित किया गया था।
मतदान करने मे दिग्गज भी परिवार सहित पहुंचे। भाजपा प्रत्याशी हरेंद्रजीत सिंह बब्बू, कांग्रेस प्रत्याशी तरूण भनोत, कलेक्टर विवेक पोरवाल, शिवसेना प्रत्याशी थानेश्वर महावर परिवार सहित मतदान करने पहुंचे।
सिर्फ दो वोट
शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के राखी ग्राम पंचायत में स्थित बूथ मे सिर्फ दो वोट पड़े। जिन्हें भी अधिकारियों ने ही डाला। जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासियों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया था। इसलिए कोई भी वोट करने नहीं पहुंचा। इसी प्रकार पाटन विधानसभा क्षेत्र के कुछ स्थानों में भी दोपहर तक मतदान का बहिष्कार कर दिया गया था।
पंजे का बटन दबाया वोट गया कमल को
कांग्रेस का बटन दबाने पर भाजपा में वोट जाने की शिकायत बाई का बगीचा स्थित पोलिंग बूथ के मतदाताओं ने की। इस दौरान वोटर्स ने बताया कि मतदान के अंतिम पलों में किसी दूसरी चुनाव चिंह पर वोट देने पर उसकी बजाए दूसरे चुनाव चिंह पर वोट जा रहा था। इसे लेकर मतदाताओं ने हंगामा मचा दिया। मशीन की खराबी दूर करने जहां इंजीनियर पहुंचे वही मतदाताओं को समझाने के लिए कलेक्टर विवेक पोरवाल रवाना हुए।
नांव से पहुंचे मतदान करने
कठौदिया ग्राम के वोटर्स में सर्वाधिक उत्साह देखने को मिला। यहां मतदाता नांव से मतदान करने पहुंचे। सुबह 8 से शाम 5 बजे तक ये सिलसिला चलता रहा।
पर्ची को लेकर झड़प
कुछ केंद्रों में मतदाता पर्ची को लेकर चुनाव अधिकारियों से झड़प करते हुए देखे गए। जानकारी के अनुसार वोटर्स के घर पर्चियां पहुंचाई गई थी जिन्हें लेकर वे वोट डालने पहुंचे, लेकिन बूथ पर मौजूद वोटर लिस्ट में उनका नाम ही नहीं था। इसे लेकर मतदाताओं ने जमकर हंगामा किया, फिर भी वे वोट देने से वंचित रह गए।
चुनाव अधिकारी की हदयाघात से मौत
कटनी जिले के विजयराघवगढ़ के बगदरा मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी केवी सिंह की ±दयाघात से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार ये दिल की बीमारी से पीडित थे। रात को मतदान केंद्र पर ही रूके थे और सुबह अचानक सीने में दर्द की शिकायत के बाद कुछ ही देर में उनका निधन हो गया।
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी मतदाताओं की संख्या अधिक होने से अंधेरा होने के बाद भी मतदान जारी रहा। विदित हो कि मतदान का समय शाम 5 बजे तक निर्घारित किया गया था, किंतु मतदाताओं की संख्या अधिक होने से ये शाम 7 बजे तक जारी रहा, जिससे मतदान का प्रतिशत निर्घारित किया गया था।
मतदान करने मे दिग्गज भी परिवार सहित पहुंचे। भाजपा प्रत्याशी हरेंद्रजीत सिंह बब्बू, कांग्रेस प्रत्याशी तरूण भनोत, कलेक्टर विवेक पोरवाल, शिवसेना प्रत्याशी थानेश्वर महावर परिवार सहित मतदान करने पहुंचे।
सिर्फ दो वोट
शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के राखी ग्राम पंचायत में स्थित बूथ मे सिर्फ दो वोट पड़े। जिन्हें भी अधिकारियों ने ही डाला। जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासियों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया था। इसलिए कोई भी वोट करने नहीं पहुंचा। इसी प्रकार पाटन विधानसभा क्षेत्र के कुछ स्थानों में भी दोपहर तक मतदान का बहिष्कार कर दिया गया था।
पंजे का बटन दबाया वोट गया कमल को
कांग्रेस का बटन दबाने पर भाजपा में वोट जाने की शिकायत बाई का बगीचा स्थित पोलिंग बूथ के मतदाताओं ने की। इस दौरान वोटर्स ने बताया कि मतदान के अंतिम पलों में किसी दूसरी चुनाव चिंह पर वोट देने पर उसकी बजाए दूसरे चुनाव चिंह पर वोट जा रहा था। इसे लेकर मतदाताओं ने हंगामा मचा दिया। मशीन की खराबी दूर करने जहां इंजीनियर पहुंचे वही मतदाताओं को समझाने के लिए कलेक्टर विवेक पोरवाल रवाना हुए।
नांव से पहुंचे मतदान करने
कठौदिया ग्राम के वोटर्स में सर्वाधिक उत्साह देखने को मिला। यहां मतदाता नांव से मतदान करने पहुंचे। सुबह 8 से शाम 5 बजे तक ये सिलसिला चलता रहा।
पर्ची को लेकर झड़प
कुछ केंद्रों में मतदाता पर्ची को लेकर चुनाव अधिकारियों से झड़प करते हुए देखे गए। जानकारी के अनुसार वोटर्स के घर पर्चियां पहुंचाई गई थी जिन्हें लेकर वे वोट डालने पहुंचे, लेकिन बूथ पर मौजूद वोटर लिस्ट में उनका नाम ही नहीं था। इसे लेकर मतदाताओं ने जमकर हंगामा किया, फिर भी वे वोट देने से वंचित रह गए।
चुनाव अधिकारी की हदयाघात से मौत
कटनी जिले के विजयराघवगढ़ के बगदरा मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी केवी सिंह की ±दयाघात से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार ये दिल की बीमारी से पीडित थे। रात को मतदान केंद्र पर ही रूके थे और सुबह अचानक सीने में दर्द की शिकायत के बाद कुछ ही देर में उनका निधन हो गया।
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