रविवार, 17 नवंबर 2013

पार्टी छोड़ी,चन्द्रभान के सामने डटी रीटा

जयपुर। राजस्थान में आगामी एक दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट कटने के बाद बागी प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में कूदी विधायक रीटा चौधरी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
रीटा चौधरी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा है कि वह वर्षों से कांग्रेस की सदस्य है और उसने पूरी निष्ठा और लगन से जिम्मेदारी पूर्वक काम किया और पिछले पांच साल में मण्डावा से विधायक के रूप में काम करने से लोगों का भरोसा कायम हुआ और मेहनत और साफ सुथरी छवी के कारण पिछले दिनों हुए सर्वेक्षणों में जिताऊ उम्मीदवार थी।

उन्होंने लिखा कि उनके पिता एवं कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामनारायण चौधरी ने प्रदेश में कांग्रेस को फलीभूत करने में ताउम्र सेवा की। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा कि इसके बावजूद डा. चन्द्रभान ने झुंझुनूं सांसद शीशराम ओला के साथ मिलकर पार्टी से मेरा टिकट कटवा कर स्वयं मण्डावा से कांग्रेस उम्मीदवार बन गए। इससे उन्हें बड़ा दुख हुआ और आहत होकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का निर्णय लेना पड़ा।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की टॉप टेन विधायकों में गिनी जानेवाली रीटा चौधरी को इस बार झंुझुनूं जिले की मंडावा विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने टिकट नहीं दिया और उनकी जगह पिछले चुनावों में दो बार हार चुके डा. चन्द्रभान को चुनाव मैदान में उतार दिया। इसके बाद रीटा चौधरी बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में कूद गई।

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