मंगलवार, 8 अक्तूबर 2013

दरगाह में गुनगुनाए बगैर ना रहीं आबिदा

अजमेर।ख्वाजा साहब की दरगाह में भले ही महिलाओं के गाने पर रोक है लेकिन मशहूर पाकिस्तानी सूफी गायिका आबिदा परवीन सोमवार को यहां गुनगुनाएं बगैर नहीं रह सकीं। दरगाह में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में "...तुम हो हमारे सामने, मेरी नमाज है यही" कलाम गुनगुनाया। आबिदा फिल्म निर्देशक मुजफ्फर अली के साथ रात आठ बजे दरगाह पहुंचीं। उन्होंने गरीब नवाज के मजार पर चादर और फूल पेश कर अमन-चैन और भारत-पाकिस्तान के बीच मधुर रिश्तों की दुआ की।

आबिदा ने कहा कि ख्वाजा साहब सबको नवाजने वाले हैं। इनके दर पर आकर यही दुआ की है कि पूरी दुनिया में अमन-चैन बना रहे। भारत-पाकिस्तान के बीच की दूरियां हमेशा-हमेशा के लिए मिट जाएं। उन्हें जियारत सैयद मुशर्रफ चौधरी ने कराई।

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