रविवार, 6 अक्टूबर 2013

"अल्पसंख्यक सरकार को चुना लगाएं तो कोई बात नहीं"

बेंगलूरू। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अल्पसंख्यकों को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख जी.परमेश्वर का कहना है कि अल्पसंख्यक सरकारी एजेंसियों से लिया गया कर्ज नहीं चुकाकर धोखा दें तो कोई बात नहीं। "अल्पसंख्यक सरकार को चुना लगाएं तो कोई बात नहीं"
अल्पसंख्यकों की योजनाओं पर आयोजित पार्टी की वर्कशॉप में परमेश्वर ने कहा कि कुछ लोगों ने कर्ज लेकर नहीं चुकाया और सरकार को धोखा दिया। कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम को छोटा मोटा कर्ज देने की बजाय 50 लाख रूपए तक का लोन देना चाहिए। अगर कर्ज लेने वाले उसे नहीं चुकाएं तो कोई बात नहीं।

कई लोगों और अधिकारियों ने सरकारी एजेंसियों को हजारों करोड़ों रूपए का चूना लगाया। यह विकास की प्रक्रिया का हिस्सा है। जिस वर्कशॉप में कांग्रेसी नेता यह ज्ञान बांट रहे थे वहां अल्पसंख्यक मामलों के केन्द्रीय मंत्री के.रहमान खान,पूर्व सांसद सीके जाफर शरीफ, मंत्री कमारूल इस्लाम,आर.रोशन बेग और नसीर अहमद भी मौजूद थे।

विपक्ष ने परमेश्वर के इस बयान की कड़ी आलोचना की है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडि्डयूरप्पा ने कहा कि जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के लिए दिया गया बयान गलत है। इस तरह के बयानों से प्रशासन पर बुरा असर पड़ता है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद जोशी ने कहा कि परमेश्वर के बयान से कोई हैरानी नहीं हुई। उन्होंने पार्टी का इरादा साफ कर दिया है।

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