जयपुर। भारतीय जनता पार्टी राज्य विधानसभा चुनाव के लिए एक पखवाड़े बाद उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगी। इसके लिए अगले सप्ताह से पार्टी के बड़े नेता सक्रिय हो जाएंगे। तीन-चार दिन में प्रदेश चुनाव समिति गठित होने के आसार है।
इसकी जयपुर में होने वाली पहली बैठक में 70-80 सीटों पर एक-एक नाम होने की उम्मीद है। दीपावली से पहले करीब सभी सीटों से नाम घोषित हो सकते हैं। हालांकि पार्टी ने कुछ नेताओं को चुनाव की तैयारी का संकेत कर दिया है। इनमें वे शामिल हैं जिनके जीतने के पूरे आसार हैं।
सूत्रों ने बताया कि सभी उम्मीदवारों के नाम जयपुर में ही तय होंगे। पार्टी आलाकमान से औपचारिक मंजूरी ली जाएगी। प्रदेश चुनाव समिति के गठन के बाद से ही चयन प्रक्रिया को गति मिल जाएगी। पहली बैठक में तय हुए 70-80 नामों की घोषणा 20 अक्टूबर के आसपास हो सकती है। इसके बाद जैसे-जैसे चुनाव समिति नाम तय करती जाएगी, शेष नाम भी घोषित होते जाएंगे।
चार स्तर पर हुआ सर्वे
पार्टी ने सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में दिल्ली की एक कम्पनी से दो बार सर्वे कराया। इसके बाद अपने स्तर पर अलग से सर्वे कराया। इन तीन सर्वे के बाद पार्टी अध्यक्ष वसुंधरा राजे ने अपने स्तर पर जयपुर, धौलपुर व रणकपुर में कार्यकर्ताओं से मिलकर अलग से फीडबैक लिया। इन तीन सर्वे व कार्यकर्ता फीडबैक में जिन दावेदारों के नाम कॉमन हैं, उनकी सूची तैयार कर ली गई है।
जिन पर विचार कर प्रदेश चुनाव समिति एक नाम तय करेगी। समिति दो या इससे अधिक नाम होने पर दावेदारों की छवि, क्षेत्र में लोकप्रियता व जीत के समीकरण को आधार बनाएगी। सूत्रों ने बताया कि पार्टी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों को लेकर काफी मंथन कर चुकी है। दावेदारों से व्यक्तिगत साक्षात्कार की प्रक्रिया अब नहीं अपनाई जाएगी।
22 विधायकों के कट सकते हैं टिकट
सूत्रों ने बताया कि भाजपा के मौजूदा 78 विधायकों में से करीब 22 के टिकट कट सकते हैं। पिछले दिनों हुए चार स्तरीय सर्वे व फीडबैक में इन लोगों बड़ी कमजोर स्थिति सामने आई है। सर्वे में सभी मौजूदा विधायकों की क्षेत्र में सक्रियता और लोकप्रियता का आकलन कराया गया था। पार्टी का मानना है कि अलोकप्रिय व निष्क्रिय विधायकों को टिकट देने को लेकर पार्टी कोई जोखिम लेना नहीं चाहती।
इसकी जयपुर में होने वाली पहली बैठक में 70-80 सीटों पर एक-एक नाम होने की उम्मीद है। दीपावली से पहले करीब सभी सीटों से नाम घोषित हो सकते हैं। हालांकि पार्टी ने कुछ नेताओं को चुनाव की तैयारी का संकेत कर दिया है। इनमें वे शामिल हैं जिनके जीतने के पूरे आसार हैं।
सूत्रों ने बताया कि सभी उम्मीदवारों के नाम जयपुर में ही तय होंगे। पार्टी आलाकमान से औपचारिक मंजूरी ली जाएगी। प्रदेश चुनाव समिति के गठन के बाद से ही चयन प्रक्रिया को गति मिल जाएगी। पहली बैठक में तय हुए 70-80 नामों की घोषणा 20 अक्टूबर के आसपास हो सकती है। इसके बाद जैसे-जैसे चुनाव समिति नाम तय करती जाएगी, शेष नाम भी घोषित होते जाएंगे।
चार स्तर पर हुआ सर्वे
पार्टी ने सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में दिल्ली की एक कम्पनी से दो बार सर्वे कराया। इसके बाद अपने स्तर पर अलग से सर्वे कराया। इन तीन सर्वे के बाद पार्टी अध्यक्ष वसुंधरा राजे ने अपने स्तर पर जयपुर, धौलपुर व रणकपुर में कार्यकर्ताओं से मिलकर अलग से फीडबैक लिया। इन तीन सर्वे व कार्यकर्ता फीडबैक में जिन दावेदारों के नाम कॉमन हैं, उनकी सूची तैयार कर ली गई है।
जिन पर विचार कर प्रदेश चुनाव समिति एक नाम तय करेगी। समिति दो या इससे अधिक नाम होने पर दावेदारों की छवि, क्षेत्र में लोकप्रियता व जीत के समीकरण को आधार बनाएगी। सूत्रों ने बताया कि पार्टी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों को लेकर काफी मंथन कर चुकी है। दावेदारों से व्यक्तिगत साक्षात्कार की प्रक्रिया अब नहीं अपनाई जाएगी।
22 विधायकों के कट सकते हैं टिकट
सूत्रों ने बताया कि भाजपा के मौजूदा 78 विधायकों में से करीब 22 के टिकट कट सकते हैं। पिछले दिनों हुए चार स्तरीय सर्वे व फीडबैक में इन लोगों बड़ी कमजोर स्थिति सामने आई है। सर्वे में सभी मौजूदा विधायकों की क्षेत्र में सक्रियता और लोकप्रियता का आकलन कराया गया था। पार्टी का मानना है कि अलोकप्रिय व निष्क्रिय विधायकों को टिकट देने को लेकर पार्टी कोई जोखिम लेना नहीं चाहती।
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