बांसवाड़ा। जिले के खमेरा क्षेत्र में एक लोमहर्षक घटनाक्रम में घर में खाना नहीं बनने पर गुस्साए बेटे ने लोहे की कोस से विधवा मां पर हमला कर दिया। इससे मौके पर तड़पते हुए वृद्धा की मौत हो गई। वारदात की जानकारी पर एकत्र पड़ोसियों ने आरोपित को घेरा और पुलिस बुलाकर हवाले कर दिया।
पुलिस के अनुसार घटना रविवार रात करीब आठ बजे महापुरा सारेल में हुई। गांव की काली (65) देर तक खेत पर काम कर लौटने से खाना बना नहीं पाई। रात में बेटा धूलजी घर लौटा, तो उसने खाना मांगा। इस पर वृद्धा ने कुछ देर रूकने को कहा, तो वह बिफर कर गाली-गलौच करने लगा।
थकी-हारी वृद्धा ने भी झल्ला कर जवाब दिया, तो तैश में आकर धूलजी ने उसके बाल पकड़ लिए और घसीटकर बाहर ले आया। यहां अहाते में पड़ी लोहे की कोस दिखाई देने पर उठाकर उसने वृद्धा के सिर में दे मारी।
हल्ला सुन पड़ोसियों ने वृद्धा को अस्पताल ले जाने के लिए प्रयास किए लेकिन इसी बीच उसका दम टूट गया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
एसआई नरेंद्रसिंह ने बताया कि पूछताछ से पता चला कि धूलजी काम-काज छोड़ अक्सर निठल्ला घूमता था, वहीं उसकी पत्नी मानसिक रूप से बीमार है। इसके चलते काली ही उसके पांच पोते-पोतियों को मेहनत-मजदूरी कर पाल रही थी।
पुलिस के अनुसार घटना रविवार रात करीब आठ बजे महापुरा सारेल में हुई। गांव की काली (65) देर तक खेत पर काम कर लौटने से खाना बना नहीं पाई। रात में बेटा धूलजी घर लौटा, तो उसने खाना मांगा। इस पर वृद्धा ने कुछ देर रूकने को कहा, तो वह बिफर कर गाली-गलौच करने लगा।
थकी-हारी वृद्धा ने भी झल्ला कर जवाब दिया, तो तैश में आकर धूलजी ने उसके बाल पकड़ लिए और घसीटकर बाहर ले आया। यहां अहाते में पड़ी लोहे की कोस दिखाई देने पर उठाकर उसने वृद्धा के सिर में दे मारी।
हल्ला सुन पड़ोसियों ने वृद्धा को अस्पताल ले जाने के लिए प्रयास किए लेकिन इसी बीच उसका दम टूट गया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
एसआई नरेंद्रसिंह ने बताया कि पूछताछ से पता चला कि धूलजी काम-काज छोड़ अक्सर निठल्ला घूमता था, वहीं उसकी पत्नी मानसिक रूप से बीमार है। इसके चलते काली ही उसके पांच पोते-पोतियों को मेहनत-मजदूरी कर पाल रही थी।
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