पटना। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रविवार को गांधी मैदान पर होने वाली "हुंकार रैली" से पहले गांधी मैदान पर पांच धमाके हुए। समाचार चैनलों के मुताबिक, दस मिनट के अंदर ये धमाके हुए। सभी धमाके कम तीव्रता वाले थे। बताया जा रहा है कि सभी बमों में टाइमर लगाए गए थे।
धमाकों के कारण भगदड़ मच गई थी। लोग मैदान से बाहर भागने लगे थे। सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। हालांकि, पांच धमाके होने के बावजूद नरेन्द्र मोदी ने अपनी रैली निरस्त नहीं की है। वे मंच पर पहुंच गए हैं। मंच पर उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और पटना से पार्टी के सांसद शत्रुघन सिन्हा भी मौजूद हैं।
स्टेशन पर फटा बम
इससे पहले, नरेन्द्र मोदी के पटना पहुंवने से पहले ही रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 10 पर स्थित एक शौचालय में रविवार को हुए एक बम विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया। पुलिस ने घटनास्थल से एक जीवित बम भी बरामद किया जिसे बाद में बम स्कॉवाड ने निष्क्रियकर दिया।
पुलिस के अनुसार पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-10 से करबिगहिया की ओर निकलने वाले रास्ते पर स्थित शौचालय में एक बम धमाका हुआ, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया,जिसे इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है। घटनास्थल से पुलिस ने एक जीवित बम भी बरामद किया है। बम निष्क्रिय कर दिया गया है। अधिकारी इसे देसी बम बता रहे हैं।
धमाके के बाद पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज व रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए और पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। घटना के बाद रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इससे पहले, शहर को नमो रंग देने में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है। नमो टी स्टॉल से लेकर नमो गीत,सब कुछ देखने को मिल जाएगा।
मोदी की यह रैली उनके चीर प्रतिद्वंद्वी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसे सफल बनाने के लिए पार्टी ने कई नई तकनीकों का इस्तेमाल किया है।
भाजपा की तकनीक सेल का कहना है कि अब मोदी के प्रशंसक मोबाइल से कॉल करके मोदी की हुंकार रैली का भाषण सुन सकते हैं। इतना ही नहीं रैली के लिए भाजपा ने 14 ट्रेनें और तीन हजार बसों को बुक किया गया है।
रविवार को गांधी मैदान में होने जा रही रैली की वजह से पटना के होटल सामूहिक रूप से बंद कर दिए हैं, इसके लिए भाजपा ने 10 फूड स्टॉल खोले हैं जो कि करीब आने वोल दस लाख लोगों को मुफ्त में खाने के पैकेट मुहैया कराएंगे। मोदी के अतीत को बताते हुए भाजपा ने पटना में जगह-जगह नमो टी स्टॉल खोले हैं।
रैली में नई तकनीक का इस्तेमाल
मोदी की टीम इस रैली को भव्य रैली बनाने की कोशिश में लगी हुई है। भाजपा की तकनीक सेल ने जहां श्रोताओं के लिए मोबाइल पर भाषण सुनाने की सुविधाएं दी हैं वहीं रैली स्थल पर करीब तीस बड़ी स्क्रीनें लगाई गई हैं। इसके साथही चाहें मोदी को भोजपुरी समझ में ना आती है लेकिन मार्केट में मोदी की भोजपुरी की सीडीओँ ने धूम मचाई हुई है। इन सीडियों को हर एक जगह बजाया जा रहा है। भाजपा का कहना है कि पार्टी चाहती है कि मोदी को हर कोई सुने और देखे।
गठबंधन टूटने के बाद पहली महारैली
17 साल तक चले जदयू और भाजपा के गठबंधन के खत्म होने के बाद भाजपा की राज्य में पहली महारैली होगी। जहां जदयू इस रैली को कॉरपोरेट रैली करार दे रही है और कह रही है इसको इन्कम टैक्स विभाग को अपने संज्ञान में लेना चाहिए। वहीं भाजपा ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि यह कॉरपोरेट रैली नहीं है, बल्कि ऎसा आयोजन है जो कि लोगों की दिमाग में अपनी छाप छोड़कर जाएगा।
धमाकों के कारण भगदड़ मच गई थी। लोग मैदान से बाहर भागने लगे थे। सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। हालांकि, पांच धमाके होने के बावजूद नरेन्द्र मोदी ने अपनी रैली निरस्त नहीं की है। वे मंच पर पहुंच गए हैं। मंच पर उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और पटना से पार्टी के सांसद शत्रुघन सिन्हा भी मौजूद हैं।
स्टेशन पर फटा बम
इससे पहले, नरेन्द्र मोदी के पटना पहुंवने से पहले ही रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 10 पर स्थित एक शौचालय में रविवार को हुए एक बम विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया। पुलिस ने घटनास्थल से एक जीवित बम भी बरामद किया जिसे बाद में बम स्कॉवाड ने निष्क्रियकर दिया।
पुलिस के अनुसार पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-10 से करबिगहिया की ओर निकलने वाले रास्ते पर स्थित शौचालय में एक बम धमाका हुआ, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया,जिसे इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है। घटनास्थल से पुलिस ने एक जीवित बम भी बरामद किया है। बम निष्क्रिय कर दिया गया है। अधिकारी इसे देसी बम बता रहे हैं।
धमाके के बाद पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज व रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए और पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। घटना के बाद रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इससे पहले, शहर को नमो रंग देने में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है। नमो टी स्टॉल से लेकर नमो गीत,सब कुछ देखने को मिल जाएगा।
मोदी की यह रैली उनके चीर प्रतिद्वंद्वी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसे सफल बनाने के लिए पार्टी ने कई नई तकनीकों का इस्तेमाल किया है।
भाजपा की तकनीक सेल का कहना है कि अब मोदी के प्रशंसक मोबाइल से कॉल करके मोदी की हुंकार रैली का भाषण सुन सकते हैं। इतना ही नहीं रैली के लिए भाजपा ने 14 ट्रेनें और तीन हजार बसों को बुक किया गया है।
रविवार को गांधी मैदान में होने जा रही रैली की वजह से पटना के होटल सामूहिक रूप से बंद कर दिए हैं, इसके लिए भाजपा ने 10 फूड स्टॉल खोले हैं जो कि करीब आने वोल दस लाख लोगों को मुफ्त में खाने के पैकेट मुहैया कराएंगे। मोदी के अतीत को बताते हुए भाजपा ने पटना में जगह-जगह नमो टी स्टॉल खोले हैं।
रैली में नई तकनीक का इस्तेमाल
मोदी की टीम इस रैली को भव्य रैली बनाने की कोशिश में लगी हुई है। भाजपा की तकनीक सेल ने जहां श्रोताओं के लिए मोबाइल पर भाषण सुनाने की सुविधाएं दी हैं वहीं रैली स्थल पर करीब तीस बड़ी स्क्रीनें लगाई गई हैं। इसके साथही चाहें मोदी को भोजपुरी समझ में ना आती है लेकिन मार्केट में मोदी की भोजपुरी की सीडीओँ ने धूम मचाई हुई है। इन सीडियों को हर एक जगह बजाया जा रहा है। भाजपा का कहना है कि पार्टी चाहती है कि मोदी को हर कोई सुने और देखे।
गठबंधन टूटने के बाद पहली महारैली
17 साल तक चले जदयू और भाजपा के गठबंधन के खत्म होने के बाद भाजपा की राज्य में पहली महारैली होगी। जहां जदयू इस रैली को कॉरपोरेट रैली करार दे रही है और कह रही है इसको इन्कम टैक्स विभाग को अपने संज्ञान में लेना चाहिए। वहीं भाजपा ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि यह कॉरपोरेट रैली नहीं है, बल्कि ऎसा आयोजन है जो कि लोगों की दिमाग में अपनी छाप छोड़कर जाएगा।
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