रविवार, 1 सितंबर 2013

खाली हाथ लौटे रिफायनरी बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य मुख्यमंत्री नहीं मिले

खाली हाथ लौटे रिफायनरी बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य मुख्यमंत्री नहीं मिले 

बाड़मेर रिफायनरी को पचपदरा स्थानांतरित करने से नाराज बाड़मेर के किसानो का धरना लगातार जारी हें। इसी बीच यु पी ऐ चेयरपरसन सोनिया गांधी के सितम्बर में पचपदरा में रिफायनरी के शिलान्यास करने आने की खबरों के बीच रिफायनरी बचाओ संघर्ष समिति का एक डेलिगेसन राज्य सरकार से वार्ता के लिए जयपुर गया था ,संभावना थी की राज्य सरकार बायतु की झोली में पेट्रो केमिकल यूनिवर्सिटी डाल किसानो को राजी कर लेगी मगर समिति के सदस्यों को निराश होना पडा। राज्य के मुखिया अशोक गहलोत समिति से वार्ता करने तक नहीं आये ,समिति हठ करके बेठी हें की रिफायनरी लिलाना में ही लगे किसी भी सूरत में पचपदरा रिफायनरी नहीं लगने देंगे ,सरकार ने कोई बीच का रास्ता निकलने का उत्साह बिलकुल नहीं दिखाया ,सरकार भी जिद पर हें की रिफायनरी पचपदरा में ही लगे। इसके लिए सरकारी स्तर पर तयारी हो चुकी हें ,सितम्बर के द्वितीय सप्ताह में सोनिया गाँधी के हाथो शिलान्यास के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा हें वही समिति पुरे टकराव के मूड में हें। समिति हर हाल में शिलान्यास नहीं होने देने की तैयारियों में जुटी हें। समिओति का दावा हें की एक लाख लोग शिलान्यास का विरोध करने पचपदरा पहुंचेंगे ,बहरहाल रिफायनरी का मामला उलझता जा रहा हे

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