बाड़मेर आसाराम समर्थकों ने निकाला मौन जुलूस
बाड़मेर.
राजस्थान के बाड़मेर जिले में दुष्कर्म के मामले में फंसे संत आसाराम बापू के समर्थन में रविवार को सैकड़ों की संख्या में समर्थकों ने मौन जुलूस निकाल प्रदर्शन किया। मौन जुलूस बाड़मेर शहर के प्रतापजी की प्रोल से रवाना हुआ। जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष साधक हाथों में बापू के बचाव को लेकर नारे लिखी तख्तीयां व बैनर लेकर चल रहे थे। मौन जुलूस में भारी संख्या में बापू के समर्थकों ने शिरकत की और बापू को निर्दोश बताते हुए उन्हें विदेशी ताकतों की ओर से फंसाए जाने का आरोप लगाया। समर्थकों का आरोप है कि बापू पर विदेशी ताकतों की ओर से भारतीय संस्कृति को नष्ट करने का बड़ा षडय़ंत्र चल रहा है। जिसके तहत संस्कृति के आधारस्तभ संतों-महापुरुषों को झूठे, कलोपकल्पित, घिरौने मामलों में फंसाकर लोगों की आस्था व निष्ठा तोडऩे का कार्य किया जा रहा है, जो देशद्रोह है। संत-महापुरुषों के कार्टून बनाकर मजाक उड़ाना इत्यादि असंवैधानिक व निम्र स्तर का कार्य हो रहा है। समर्थकों ने कहा कि बापू पर साजिश रची गई है न्यायपालिका पर भरोसा है और बापू जल्द ही निर्दोश साबित होकर बाहर आएंगे।
मौन जुलूस के दौरान भारी संख्या में समर्थक हाथों में नारे लिखे पोस्टर, बैनर व तख्तीया लिए हुए चल रहे थे। कलेक्ट्रेट पहुंचने के बाद मौन जुलूस की रैली सभा में तब्दील हो गई। जहां साधकों ने रैली का संबोधित करते हुए वर्तान परिपेक्ष्य के बारे में बताया। रविवार को बाड़मेर ही नहीं पूरे देशभर में बापू के समर्थन में रैली का आयोजन हुआ।
बाड़मेर.
राजस्थान के बाड़मेर जिले में दुष्कर्म के मामले में फंसे संत आसाराम बापू के समर्थन में रविवार को सैकड़ों की संख्या में समर्थकों ने मौन जुलूस निकाल प्रदर्शन किया। मौन जुलूस बाड़मेर शहर के प्रतापजी की प्रोल से रवाना हुआ। जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष साधक हाथों में बापू के बचाव को लेकर नारे लिखी तख्तीयां व बैनर लेकर चल रहे थे। मौन जुलूस में भारी संख्या में बापू के समर्थकों ने शिरकत की और बापू को निर्दोश बताते हुए उन्हें विदेशी ताकतों की ओर से फंसाए जाने का आरोप लगाया। समर्थकों का आरोप है कि बापू पर विदेशी ताकतों की ओर से भारतीय संस्कृति को नष्ट करने का बड़ा षडय़ंत्र चल रहा है। जिसके तहत संस्कृति के आधारस्तभ संतों-महापुरुषों को झूठे, कलोपकल्पित, घिरौने मामलों में फंसाकर लोगों की आस्था व निष्ठा तोडऩे का कार्य किया जा रहा है, जो देशद्रोह है। संत-महापुरुषों के कार्टून बनाकर मजाक उड़ाना इत्यादि असंवैधानिक व निम्र स्तर का कार्य हो रहा है। समर्थकों ने कहा कि बापू पर साजिश रची गई है न्यायपालिका पर भरोसा है और बापू जल्द ही निर्दोश साबित होकर बाहर आएंगे।
मौन जुलूस के दौरान भारी संख्या में समर्थक हाथों में नारे लिखे पोस्टर, बैनर व तख्तीया लिए हुए चल रहे थे। कलेक्ट्रेट पहुंचने के बाद मौन जुलूस की रैली सभा में तब्दील हो गई। जहां साधकों ने रैली का संबोधित करते हुए वर्तान परिपेक्ष्य के बारे में बताया। रविवार को बाड़मेर ही नहीं पूरे देशभर में बापू के समर्थन में रैली का आयोजन हुआ।
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