कोटा। जेके लोन अस्पताल परिसर से छह दिन पहले गायब हुई मूक-बधिर महिला को दो युवकों ने अगवा किया था। अभियुक्त चार दिन तक उसे बंधक बनाकर दुष्कर्म करते रहे। बाद में उसे उसके गांव की सड़क पर छोड़ गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 22 वर्षीय मूक-बधिर विवाहिता व उसकी डेढ़ वर्षीय बेटी को उसका ससुर 28 अगस्त को जेके लोन अस्पताल लाया था। यहां बच्ची को दिखाने के बाद ससुर दवाई लेने चला गया।
पीछे से महिला व बच्ची गायब मिली। अपने स्तर पर तलाश के बाद ससुर ने 29 अगस्त को नयापुरा थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई। इसी बीच सोमवार रात करीब 9 बजे ससुर को पौती के साथ बहू अपने गांव के रोड पर पैदल आती मिली। उसने इशारों में पूरा वाकया समझाया तो ससुर के रौंगटे खड़े हो गए। पीडिता के अनुसार दोनों युवक उसका मुंह बंदकर दुष्कर्म करते थे।
बच्ची को इधर-उधर पटक देते थे। उसके बाल पकड़कर खींचते और पीटते। कोटा शहर में कई जगह उससे यह सब किया। बाद में अभियुक्त उसे छोड़ मिनी बस में चले गए। तत्काल हरकत में आया ससुर उसे लेकर सुल्तानपुर आ गया और वहां मिनी बस में मौजूद दो युवकों की पहचान कराई।
दोनों की पहचान बारां व हाल सुल्तानपुर निवासी सुरेश बैरवा (22) तथा सुल्तानपुर में ही रहने वाले दुर्गाशंकर मेघवाल (32) के रूप में हुई। दोनों सुल्तानपुर से कोटा के बीच संचालित मिनी बसों पर ही काम करते हैं। रात को ही ससुर ने सुल्तानपुर थाने में दोनों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया। सुल्तानपुर पुलिस ने बिना नम्बरी एफआईआर नयापुरा थाने को भेजी, जहां मंगलवार को यह प्रकरण दर्ज किया गया। मामले में जांच वृत्ताधिकारी (द्वितीय) सीताराम माहिच करेंगे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 22 वर्षीय मूक-बधिर विवाहिता व उसकी डेढ़ वर्षीय बेटी को उसका ससुर 28 अगस्त को जेके लोन अस्पताल लाया था। यहां बच्ची को दिखाने के बाद ससुर दवाई लेने चला गया।
पीछे से महिला व बच्ची गायब मिली। अपने स्तर पर तलाश के बाद ससुर ने 29 अगस्त को नयापुरा थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई। इसी बीच सोमवार रात करीब 9 बजे ससुर को पौती के साथ बहू अपने गांव के रोड पर पैदल आती मिली। उसने इशारों में पूरा वाकया समझाया तो ससुर के रौंगटे खड़े हो गए। पीडिता के अनुसार दोनों युवक उसका मुंह बंदकर दुष्कर्म करते थे।
बच्ची को इधर-उधर पटक देते थे। उसके बाल पकड़कर खींचते और पीटते। कोटा शहर में कई जगह उससे यह सब किया। बाद में अभियुक्त उसे छोड़ मिनी बस में चले गए। तत्काल हरकत में आया ससुर उसे लेकर सुल्तानपुर आ गया और वहां मिनी बस में मौजूद दो युवकों की पहचान कराई।
दोनों की पहचान बारां व हाल सुल्तानपुर निवासी सुरेश बैरवा (22) तथा सुल्तानपुर में ही रहने वाले दुर्गाशंकर मेघवाल (32) के रूप में हुई। दोनों सुल्तानपुर से कोटा के बीच संचालित मिनी बसों पर ही काम करते हैं। रात को ही ससुर ने सुल्तानपुर थाने में दोनों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया। सुल्तानपुर पुलिस ने बिना नम्बरी एफआईआर नयापुरा थाने को भेजी, जहां मंगलवार को यह प्रकरण दर्ज किया गया। मामले में जांच वृत्ताधिकारी (द्वितीय) सीताराम माहिच करेंगे।
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