सोमवार, 30 सितंबर 2013

ओवरब्रिज उद्घाटन के 7 दिन में ही उखड़ गई सड़क


ओवरब्रिज उद्घाटन के 7 दिन में ही उखड़ गई सड़क 

शाम होने के साथ ही अंधेरे के साये में ओवरब्रिज, हर समय रहती है हादसे की आशंका 




बाड़मेर करीब 30 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित ओवरब्रिज के उद्घाटन को महज सात ही दिन हुए है कि बारिश ने कार्यों की पोल खोलकर रख दी है। नेहरू नगर की तरफ से ओवरब्रिज पर चढऩे के दौरान बिछाया गया डामर बरसात के साथ बह जाने से अब केवल कंकरीट ही शेष रही है। ऐसे में बारिश के बाद कार्यों की पोल खुलने से ओवरब्रिज निर्माण कार्य पर सवाल उठने लगे हैं। 

23 सितंबर 2013 को ओवरब्रिज का उद्घाटन राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कर आमजनता के खोला था। जिसके बाद पिछले दो दिन तक हुई बारिश से ओवरब्रिज के निर्माण कार्य की पोल खुल गई। ओवरब्रिज पर बिछाई गई सड़क का डामरीकरण पानी के साथ बह जाने के बाद अब केवल कंकरीट ही शेष रही है। ऐसे में निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। सवाल ये भी है कि क्या ठेकेदार की ओर सड़क बनाने में लापरवाही बरती गई है? अगर लापरवाही बरती गई तो संबंधित अधिकारी कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे है।
पांच साल की गारंटी में है ओवरब्रिज 

नियमानुसार ओवरब्रिज के निर्माण के बाद पांच साल तक सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाने या फिर ओवरब्रिज के निर्माण कार्यों में लापरवाही होने की स्थिति में संबंधित ठेकेदार की जिम्मेदारी रहेगी। इसके लिए ठेकेदार को पेचवर्क सहित अन्य काम करवाने होते हैं। लेकिन पिछले दो दिनों से ओवरब्रिज की टूटी सड़क को लेकर संबंधित ठेकेदार की ओर से सुध नहीं ली गई है। 



रिपेयर करवाई जाएगी 

॥पांच साल के लिए ओवरब्रिज का निर्माण गारंटी में है। बारिश की वजह से सड़क क्षतिग्रस्त हुई होगी। एक-दो माह तक ट्रायल के रूप में सड़क टूटने की संभावना रहती है। फिर भी ठेकेदार को पाबंद कर रिपेयर करवाया जाएगा। रोड लाइट्स में फॉल्ट आया हुआ है ठेकेदार को सुधारने के लिए कहा था।  
अमृत देवपाल, नोडल अधिकारी आरओबी 
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.इधर, ठेकेदार की सफाई 

॥ओवरब्रिज पर बनाई गई सड़क का काम अधूरा है, उद्घाटन कर दिया था। बारिश के कारण सड़क पूरी नहीं कर पाए थे। अब सोमवार को ही रिपेयर करवा दी जाएगी।  भरत भाई पटेल, ठेकेदार, आरओबी 

शाम होते ही अंधेरे में ओवरब्रिज 

भले ही ओवरब्रिज का उद्घाटन कर वाह-वाही लूटी जा रही हो, लेकिन ओवरब्रिज उद्घाटन के दिन से ही अंधेरे में है। एक-दो दिन बाद जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के निर्देश पर रात्रि में रोड लाइट्स जरूर नजर आई, लेकिन इसके बाद पिछले पांच दिनों से ओवरब्रिज पर अंधेरे का सन्नाटा पसरा हुआ है। ऐसी स्थिति में एक तरफ वाहनों का आवागमन और दूसरी तरफ ओवरब्रिज पर पसरा अंधेरा हादसों को न्योता दे रहा है। करीब तीस फीट तक की ऊंचाई के इस ओवरब्रिज पर रात्रि के समय रोड लाइट्स का होना बेहद जरूरी है। ऐसी स्थिति में भी अगर लापरवाही बरती जाती है तो शायद संबंधित अधिकारी कोई बड़े हादसे का इंतजार हो रहा है। जबकि ओवरब्रिज को रोशन करने के लिए लाखों रुपए का टेंडर जारी कर संबंधित ठेकेदार को ठेका दिया गया। 



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