पाकिस्तान का पेशावर शहर आतंकी हमले से दहल उठा है. पेशावर के एक चर्च में फायरिंग और ब्लास्ट से कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 70 लोग जख्मी हो गए.
रविवार का दिन होने के कारण चर्च में श्रद्धालुओं की भीड़ और दिनों की तुलना में ज्यादा थी. हमलावर ने पहले लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग की, फिर धमाका करके खुद को भी उड़ा लिया. इसके बाद चर्च में चारों ओर चीख-पुकार मच गई.
सब-कुछ इतना तेजी से हुआ कि किसी को भी पलक झंपकाने का भी मौका नहीं मिला. स्थानीय लोग जब तक मदद के लिए आगे आते, तब तक वारदात हो चुकी थी. बहरहाल, सुरक्षाकर्मियों ने चर्च और उसके आसपास के इलाकों की घेराबंदी कर दी है.
इलाके में ईसाइयों की तादाद ज्यादा
पेशावर के कमिश्नर साहिबजादा मुहम्मद अनीस ने बताया कि हमलावर ने प्रार्थना कर रहे लोगों को उस समय निशाना बनाया, जब वे शहर के कोहाटी गेट जिले में सबसे पुराने गिरिजाघर से बाहर निकल रहे थे. इस इलाके में ईसाई समुदाय के लोग काफी संख्या में हैं और वे बड़ी संख्या में रविवार की प्रार्थना के लिए गिरिजाघर जाते हैं.
किसी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
अब तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन ईसाइयों समेत देश के अल्पसंख्यक समुदाय पर किए गए पिछले हमलों के लिए चरमपंथी इस्लामियों को आरोपी ठहराया गया है.
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