सोमवार, 2 सितंबर 2013

30 रेप और 15 हत्या का आरोपी फिल्मी अंदाज में फरार

बेंगलूरू। कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरू के उच्च सुरक्षा वाली परप्पन अग्रहार जेल में बंद एक खतरनाक विक्षिप्त दुष्कर्मी और हत्यारा जयशंकर (36) रविवार तड़के तडके जेल से फरार हो गया। मूलत: तमिलनाडु के रहने वाले जयशंकर पर 30 रेप और 15 हत्या करने के मामले चल रहे हैं। जयशंकर के फरार हो जाने से एक बार फिर उसके खौफ से दहशत का माहौल बन गया है। वह घर पर अकेली रहने वाली महिलाओं को निशाना बनाता था और दुष्कर्म के बाद उसने कई बार पीडिताओं की हत्या कर दी। कई मामलों में उसने पति को बांधकर उसके सामने पत्नी का दुष्कर्म करके उसकी हत्या कर दी है। 30 रेप और 15 हत्या का आरोपी फिल्मी अंदाज में फरार
दो दिन पहले जयशंकर को एक मामले में अदालत के समक्ष पेश करने के लिए जेल से बाहर ले जाया गया था। इसके बाद उसने बीमारी का बहाना बनाया और उसे जेल के अंदर बने अस्पताल में भर्ती कराया गया। जयशंकर इसी अस्पताल से पुलिस की वर्दी पहनकर फरार हुआ है। सूत्रों के मुताबिक सुबह तेज बारिश हो रही थी। इसी दौरान कुछ देर के लिए बिजली गुल हुई और उसने मौके का फायदा उठाते हुए जेल की ऊंची चहारदीवारी पर लगाए गए इलेक्ट्रिक बाडे को पार कर लिया।

पहले भी दे चुका है पुलिस को गच्चा

उसने जेल से फरार होने के लिए अंदर बनी 15 फुट ऊंची दो दीवारें और 30 फुट ऊंची एक बाहरी चहारदीवारी को रस्सियों, बेडशीट, रबर से बने दस्ताने और पुलिस के बेल्ट का इस्तेमाल किया। उसने ये चीजें 2011 से जेल में बंद होने के दौरान इकट्ठी की थीं। सूत्रों के अनुसार वह पहले भी पुलिस के चंगुल से कई बार बचा है और ऎसी ही एक घटना तमिलनाडु की है, जहां कोयम्बटूर से सलेम जेल ले जाते समय वह फरार हो गया था।

तीन प्रदेशों में मचा रखा था आतंक

पुलिस के अनुसार उसने कर्नाटक के साथ ही तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में आतंक मचाया हुआ था। उसे कर्नाटक में 20 से अधिक गंभीर मामलों में आरोपी ठहराया गया है। तमिलनाडु में पुलिस के चंगुल से फरार होने के बाद उसे कर्नाटक में बीजापुर जिले के झल्की में गत वर्ष मई में गिरफ्तार किया गया था। जयशंकर को एक मामले में दस साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी और उस पर कर्नाटक में कई मामले चल रहे थे।

थी पूरी तैयारी,बस मौका की थी तलाश

सूत्रों के अनुसार बीमारी के बहाने से जेल की अस्पताल में रहने के दौरान जयशंकर ने किसी तरह अपने वार्ड की डुप्लीकेट चाभी हासिल कर ली और मौका मिलते ही वहां से निकल गया। तीन तीन ऊंची दीवारें पार करने के दौरान वह जख्मी भी हुआ है क्योंकि दीवार पर कई जगह खून के धब्बे लगे हैं और दीवार के पार भी खून देखा गया है। ऎसा माना जा रहा है कि उसने पुलिस की वर्दी उन्हें धोने के बहाने से हासिल की होगी और भागने में इस्तेमाल की गई रस्सी जेल में बनाई गई है। जेल के अंदर कैदी कुछ सामान बनाने का काम करते हैं।

जेल अधिकारी समेत 11 सस्पेंड

इस मामले में सहायक पुलिस आयुक्त (जेल) सीवी माथ सहित 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) केवी गगनदीप ने सहायक पुलिस आयुक्त (जेल) सी वी माथ, प्रमुख वार्डन महंतेश, मुख्य वार्डन मोहन और जयशंकर के जेल से फरार होने के समय वहां तैनात सात अन्य वार्डन के निलंबन का आदेश दिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जयशंकर की तलाश शुरू कर दी गई है।

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