जयपुर । भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि राजनीतिक मंसूबे पूरे करने के लिए ईमानदार अफसरों को हटाया जा रहा है। यहां जारी एक बयान में राजे ने कहा कि सोनिया गांधी को अपने राजनीतिक एजेंडे के चलते उत्तर प्रदेश तो नजर आ गया, लेकिन राजस्थान में अपनी कांग्रेस सरकार के कारनामे दिखाई नहीं दे रहे, जहां प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी सरकार के राजनीतिक दबाव और भय में काम कर रहे हैं।
राजे ने जैसलमेर एसपी पंकज चौधरी को हटाने के मामले में कहा कि जो अधिकारी सीमावर्ती जिले में निर्भिकता और ईमानदारी से राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए कर्तव्य निभा रहे हैं, उन्हें यह सरकार पुरस्कृत करने की बजाय हटा रही है।
राजे ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के साथ हुई नाइंसाफी को लेकर प्रधानमंत्री को तो पत्र लिख दिया, लेकिन उनके दामाद रॉबर्ट वाड्रा को जमीन की खरीद-फरोख्त में मदद नहीं करने वाले हरियाणा और राजस्थान के अफसरों को वहां की कांग्रेस सरकारों ने हटा दिया, उस समय प्रधानमंत्री को चिटी क्यों नहीं लिखी।
प्रदेश में एक महिला आईपीएस अफसर को छोड़ बाकी 7 को फील्ड पोस्टिंग से हटाने को उन्हें महिलाओं के साथ अन्याय करार दिया और कहा कि इससे सरकार का महिला विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
राजे ने जैसलमेर एसपी पंकज चौधरी को हटाने के मामले में कहा कि जो अधिकारी सीमावर्ती जिले में निर्भिकता और ईमानदारी से राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए कर्तव्य निभा रहे हैं, उन्हें यह सरकार पुरस्कृत करने की बजाय हटा रही है।
राजे ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के साथ हुई नाइंसाफी को लेकर प्रधानमंत्री को तो पत्र लिख दिया, लेकिन उनके दामाद रॉबर्ट वाड्रा को जमीन की खरीद-फरोख्त में मदद नहीं करने वाले हरियाणा और राजस्थान के अफसरों को वहां की कांग्रेस सरकारों ने हटा दिया, उस समय प्रधानमंत्री को चिटी क्यों नहीं लिखी।
प्रदेश में एक महिला आईपीएस अफसर को छोड़ बाकी 7 को फील्ड पोस्टिंग से हटाने को उन्हें महिलाओं के साथ अन्याय करार दिया और कहा कि इससे सरकार का महिला विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
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