बाड़मेर भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी सवाईसिंह गोदारा ने सोमवार को एसपी का पदभार ग्रहण किया। निवर्तमान एसपी राहुल मनहरदान बारहट ने उन्हें पदभार ग्रहण करवाया। इस पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। पहले दिन एसपी गोदारा ने अधीनस्थ अधिकारियों से जिले की पुलिस व्यवस्था और अन्य जानकारियां ली। एसपी गोदारा ने कहा कि जिले में सौहार्द व शांति का माहौल बनाए रखने में सभी का सहयोग अपेक्षित है। अपराधियों में भय व आमजन में विश्वास को पुलिस कायम रखेगी। अधिकारी पेडिंग मामलो को त्वरित गति से निपटाएं ताकि पीडि़त पक्ष को जल्दी न्याय मिल सके
पड़ोसी जिले जैसलमेर के भणियाणा गांव के गोदारा 1991 बैच में राजस्थान प्रशासनिक सेवा में सलेक्ट हुए। प्रदेश के विभिन्न जिलों में अलग-अलग पदों पर रहते हुए गोदारा 2003 में एएसपी पद पर पदोन्नत हुए। गोदारा ने नागौर, जोधपुर, जयपुर में एएसपी के पदों पर कार्य किया। जोधपुर के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में कार्य करने के दौरान ही गोदारा को राज्य सरकार ने आईपीएस बनाया। सवाईसिंह बाड़मेर के 47वें एसपी हैं। आईपीएस बनाने के बाद सरकार ने पहली बार गोदारा को एसपी बनाकर बाड़मेर की कमान सौंपी है।
एसपी गोदारा ने बताया कि गोदारा ने बताया कि रिफाइनरी प्रोजेक्ट की स्थापना की घोषणा बाड़मेर में होने के बाद यहां पुलिस की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे होने से यह जिला अपने आप में पहले से ही महत्वपूर्ण है। शहरी क्षेत्र में पुलिस का काम उसके फैसलों से देखा जाता है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में मामलों में हुई कार्रवाई से देखा जाता है। तेल व खनिज के अकूत भंडारों से बाड़मेर के विकास की रफ्तार तेज हो गई। सबको को साथ लेकर सरहदी क्षेत्र में शांति व सौहार्द का वातावरण माहौल बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। हमारा प्रयास होगा कि महिलाओं और बच्चों के अधिकारों का कहीं पर भी हनन नहीं हो। वहीं जिले में कहीं पर भी कमजोर पर अत्याचार नहीं हो।
करीब 15 महीने तक जिला पुलिस की कमान संभालने वाले आईपीएस राहुल मनहरदान बारहट को जोधपुर के आरपीटीसी में कमांडेंट के पद पर स्थानांतरित किया गया है। एटीएस जयपुर और जालोर में एसपी रहने के बाद बारहट को सरकार ने बाड़मेर भेजा था। बारहट 2007 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी है। बारहट की पत्नी आईपीएस ममता बिश्नोई वर्तमान में इंटेलीजेंस एसपी जोधपुर के पद पर कार्यरत है। रिलीव होने से पहले जिले के कई प्रबुद्ध नागरिकों ने बारहट के निवास पहुंच उन्हें बाड़मेर की कानून व्यवस्था को बेहतर तरीके से संचालित करने पर बधाई दी। एसपी के तौर पर बारहट के कार्यकाल में जिले में पुलिस ने हर घटना के बाद होने वाली प्रतिक्रिया को कंट्रोल किया। इससे जिले की शांति व्यवस्था कायम रही। वहीं कई बड़ी घटनाओं जैसे- हत्या, सामूहिक ज्यादती आदि में त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार भी किया।
एसपी गोदारा ने बताया कि गोदारा ने बताया कि रिफाइनरी प्रोजेक्ट की स्थापना की घोषणा बाड़मेर में होने के बाद यहां पुलिस की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे होने से यह जिला अपने आप में पहले से ही महत्वपूर्ण है। शहरी क्षेत्र में पुलिस का काम उसके फैसलों से देखा जाता है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में मामलों में हुई कार्रवाई से देखा जाता है। तेल व खनिज के अकूत भंडारों से बाड़मेर के विकास की रफ्तार तेज हो गई। सबको को साथ लेकर सरहदी क्षेत्र में शांति व सौहार्द का वातावरण माहौल बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। हमारा प्रयास होगा कि महिलाओं और बच्चों के अधिकारों का कहीं पर भी हनन नहीं हो। वहीं जिले में कहीं पर भी कमजोर पर अत्याचार नहीं हो।
करीब 15 महीने तक जिला पुलिस की कमान संभालने वाले आईपीएस राहुल मनहरदान बारहट को जोधपुर के आरपीटीसी में कमांडेंट के पद पर स्थानांतरित किया गया है। एटीएस जयपुर और जालोर में एसपी रहने के बाद बारहट को सरकार ने बाड़मेर भेजा था। बारहट 2007 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी है। बारहट की पत्नी आईपीएस ममता बिश्नोई वर्तमान में इंटेलीजेंस एसपी जोधपुर के पद पर कार्यरत है। रिलीव होने से पहले जिले के कई प्रबुद्ध नागरिकों ने बारहट के निवास पहुंच उन्हें बाड़मेर की कानून व्यवस्था को बेहतर तरीके से संचालित करने पर बधाई दी। एसपी के तौर पर बारहट के कार्यकाल में जिले में पुलिस ने हर घटना के बाद होने वाली प्रतिक्रिया को कंट्रोल किया। इससे जिले की शांति व्यवस्था कायम रही। वहीं कई बड़ी घटनाओं जैसे- हत्या, सामूहिक ज्यादती आदि में त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार भी किया।
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