यह पाकिस्तान से बातचीत का समय नहीं है. यह कोई मामूली झड़प नहीं है, यह आक्रमण है. इसके बाद रक्षामंत्री एके एंटनी ने तो पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दिया. उनका बयान रक्षा मंत्रालय के बयान से अलग है. एंटनी सफाई दें और अपने बयान पर माफी मांगनें. ये सारे बातें कही हैं बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने.
एंटनी के बयान पर जो सियासी नूराकुश्ती शुरू हई है उसमें आडवाणी भी कूद आए हैं. लोकसभा में सुषमा स्वराज और राज्यसभा में वेंकैया नायडू के हमले के बाद आडवाणी ने रक्षामंत्री पर बयान बदलने का आरोप लगाया है और माफी की मांग की है.
आडवाणी ने कहा, 'LOC पर मंगलवार को भारतीय सैनिकों पर हुआ हमला झड़प नहीं है, यह आक्रमण है. मेरा मानना है कि पाकिस्तान से बातचीत का वक्त खत्म हो चुका है.'
एके एंटनी पर हमला बोलते आडवाणी ने कहा, 'रक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्री के बयान अलग-अलग हैं. रक्षा मंत्रालय का बयान कल की घटना के लिए पाकिस्तान और वहां की सेना को जिम्मेदार ठहराता है. साथ ही आतंकियों के भी शामिल होने की बात करता है. पर रक्षा मंत्री का बयान इसके लिए सिर्फ आतंकियों को जिम्मेदार बताता है जिन्होंने हमले के वक्त पाकिस्तानी सेना का ड्रेस पहना हुआ था. बयान अलग-अलग होने से पाकिस्तान को क्लीनचिट मिल रही है.'
आडवाणी ने कहा, 'मैंने कमलनाथजी से बात की है. सरकार को इन दोनों बयानों पर गौर करके संसद में सफाई देनी चाहिए. एंटनी को सफाई देना चाहिए और देश से माफी मांगना चाहिए.'
क्या कहा था रक्षामंत्री ने...
एके एंटनी ने संसद में अपने बयान में सीधे-सीधे पाकिस्तानी सेना पर आरोप लगाने की बजाय कहा था कि हमले में शामिल लोग पाकिस्तानी सेना की यूनिफॉर्म में थे. संसद में मंगलवार को एंटनी के भाषण के बाद से ही ये सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने हमलावरों का जिक्र 'पाकिस्तानी सेना की यूनिफॉर्म में लोग' के रूप में क्यों किया? संसद में बीजेपी ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि हमने खुद पाकिस्तान को बच निकलने का रास्ता दे दिया है.
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