जानकारी के अनुसार घटना जिले के उदयपुरवाटी थाना इलाके के देवगांव (परसरामपुरा) की हैं। बीपीएल हीरालाल कुमावत के परिवार के साथ यह हादसा तेज बारिश के बाद मकान की छत्त गिरने से हुआ। देवगांव से भोजनगर जाने वाली सड़क किनारे बने इस मकान के दो कमरे रात 2 से 3 बजे के बीच गिर गए और उनके अहाते में बने 3 छप्पर भी ढह गए,जिनमें सो रहे परिवार के 18 सदस्य दब गए।
8 साल की मंजू ने मांगी मदद
स्थानीय सूत्रों के अनुसार मकान ढहने से उनमें सो रहा पूरा परिवार मलबे के नीचे दब गया। लेकिन इसी बीच घटना के करीब 1 घंटे बाद घर की 8 साल की बेटी मंजू किसी तरह होश में आई और मलबे से खुद को निकाल कर मदद के लिए चिल्लाने लगी। मंजू की ही आवाज पर ग्रामीण इकट्ठा हुए और पीडितों को मलबे से निकालना शुरू किया।
डेढ़ घंटे की मूसलाधार ने किया कबाड़ा
ग्रामीणों के अनुसार मंगलवार की रात 9 बजे से 10:30 बजे तक क्षेत्र में तेज मूसलाधार बारिश हुई। इसी बारिश के चलते हीरालाल के मकान में पानी ने नुकसान पहुंचाया और देर रात ढह गया।
खाना-पीना सब हुआ मुहाल
रात को मकान गिरने के बाद बुरी तरह जख्मी हुए परिवार के 10 सदस्यों को परसरामपुरा,नवलगढ़ और सीकर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि 8 अन्य सदस्य सुरक्षित बच गए। हादसे के बाद घर पूरी तरह से तहस-नहस हो गया और अब खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं बचा। मौके पहुंचे तहसीदार ने हालत देख परिवार के लिए खाद्य सामग्री की व्यवस्था करवाई।
लिया जा रहा है नुकसान का जायजा
घटना के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार अरविंद शर्मा ने राजस्थान पत्रिका डॉट कॉम को बताया है कि इस हादसे में बीपीएल परिवार का आशियाना उजड़ गया है,ऎसे में नुकसान के मुआयने की कार्रवाई शुरू कर दी गई हैं और जल्द ही पीडित परिवार को सहायता मुहैया करवाई जाएगी।
इनकी हालत गंभीर
1. किशनाराम पुत्र बालूराम 60
2. कुल्डाराम पुत्र किशनाराम 33
3. कमला पत्नी कुल्डाराम 30
4. सरिता पुत्री किशनाराम 18
5. अशोक पुत्र कुल्डाराम 11
इनकों उपचार के बाद मिली छुट्टी
1. हीरालाल 80
2. फूलचंद 32
3. सुनीता 30
4. संजू 8
5. लाला 5
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