सिवाना में 8 इंच बारिश, पटरियां झूलीं
रेलवे ट्रैक दुरुस्त करने पहुंचा अमला
इधर, बाड़मेर में दो दिनों से सूरज के दर्शन नहीं हुए
अलसुबह 5 बजे से शुरू हुआ तेज बारिश का दौर 8 बजे कम हुआ, लेकिन दिनभर फुहारें चलती रही
दिनभर रहा सुहाना मौसम, फुहारों का दौर जारी
बाड़मेर सावन माह में पिछले दो दिनों से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो रहे हैं। सुबह से ही आसमान में बादलों की आवाजाही लगी रहती है। सुबह से ही रिमझिम फुहार के चलते दो दिनों से मौसम में ठंडक घुल गई। सुहाने मौसम का मजा लेने लोग भी पिकनिक स्पॉट एवं देवदर्शन के लिए बच्चों को लेकर पहुंचने लगे हैं। मंगलवार को अलसुबह 5 बजे से रिमझिम फुहार का दौर चला जो करीब आठ बजे तक जारी रहा। उसके बाद दोपहर में रुक-रुक कर बूंदाबांदी जारी रही। रात करीब आठ बजे बाद क्षेत्र में बूंदाबांदी थमने के बाद ठंडी पुरवाई चलने लगी। जिले सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी रिमझिम फुहार हुई। किसानों का मानना है कि रिमझिम फुहार खरीफ फसल के लिए वरदान साबित होगी। सावन माह में इंद्र की मेहर के चलते खेतों में भी हरियाली नजर आने लगी जिससे पशुपालकों ने भी चारे को लेकर राहत महसूस की है।
बाड़मेर. रिमझिम बारिश के बाद किसान छात्रावास से गुजरता बाइक चालक तथा सड़क पर भरा बारिश का पानी।
सिवाना/मोकलसर/बालोतरा (बाड़मेर) सिवाना उपखंड क्षेत्र में मंगलवार को 200 एमएम (८ इंच) पानी बरसा। अलसवेरे 5 बजे शुरू हुआ तेज बारिश का दौर 8 बजे थमा, मगर फिर रुक-रुककर शाम तक बारिश आती रही। लगातार बारिश से जोधपुर-समदड़ी-भीलड़ी रेलमार्ग पर राखी व बामसीन के बीच ट्रेक के नीचे से मिट्टी और गिट्टी बह गई। इसके चलते इस रेल मार्ग को बंद करना पड़ा।
टे्रक मरम्मत के लिए जोधपुर, समदड़ी, बालोतरा व बाड़मेर से रेलवे अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे। इधर, बालोतरा-सिवाना-जालोर राजमार्ग पर भी नदी-नालों में पानी उफान पर होने से कई जगह पर वाहनों की कतारें लगी रही। रमणिया व काठाड़ी के बीच से गुजरने वाली लौणी नदी में भी पानी बहने से आवागमन बंद हो गया। वहीं बाड़मेर जिले के एकमात्र बांध मेली में इस बारिश से 17 फीट पानी आया है, बांध की क्षमता 18 फीट ही है। इसके अलावा सिवाना क्षेत्र के करीब आधा दर्जन एनिकट ओवरफ्लो होकर उन पर चादरें चलने लगी है। क्षेत्र के नावेरी, वागुंडा, कोटेश्वर व नंगा एनिकट ओवरफ्लो हो गए हैं। तीन घंटे तक लगातार चली तेज बारिश से सिवाना सहित आस-पास के क्षेत्र और निचली बस्तियों में कई घरों में पानी भर गया।
देर शाम तक चलता रहा टे्रक मरम्मत कार्य
समदड़ी जंक्शन से 17 किलोमीटर दूर बामसीन-राखी रेलवे स्टेशन के बीच ट्रेक झूलने से मंगलवार सवेरे से देर शाम तक मरम्मत कार्य जारी रहा। इसके चलते समदड़ी-भीलड़ी रेलमार्ग पर सवेरे चलने वाली सवारी गाड़ी को समदड़ी स्टेशन पर ही रोके रखा गया। इस ट्रेन को बाद में रद्द करना पड़ा। जबकि शाम को बीकानेर से दादर जाने वाली एक्सप्रेस गाड़ी को समाचार लिखे जाने तक रद्द नहीं किया गया है। यह गाड़ी शाम 8 बजे समदड़ी पहुंचती है।
सूझबूझ से टला हादसा
रेलवे लाइन चैकिंग दल के भीमदास व अशोककुमार ने पेसेंजर ट्रेन के समदड़ी से रवाना होने से पूर्व ट्रेक का मुआयना किया तो राखी से पहले तीन-चार जगहों पर मिट्टी व गिट्टी खिसकने से ट्रेक झूलता दिखाई दिया। इस पर उन्होंने तुरंत समदड़ी-भिलड़ी पेसेंजर को समदड़ी स्टेशन पर ही रुकवा दिया और बड़ा हादसा होने से बच गया। जोधपुर से रेलवे के पीडीआरएम अभय कुमार गुप्ता दल सहित पहुंचे तथा मरम्मत का कार्य शुरू करवाया। पीडीआरएम गुप्ता ने बताया कि पटरियों की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। संभवत: देर रात तक रेल सेवा बहाल कर दी जाएगी।
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