शुक्रवार, 19 जुलाई 2013

पचपदरा प्रकरण की जांच के लिए बनाई समिति

पचपदरा प्रकरण की जांच के लिए बनाई समिति

अजमेर। बाड़मेर में प्रस्तावित रिफाइनरी के मद्देनजर क्षेत्राधिकार के बाहर जाकर जमीनों की रजिस्ट्री के मामले की जांच के लिए पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति को अपनी जांच रिपोर्ट शीघ्रतिशीघ्र पेश करने के आदेश दिए गए हैं।


पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग के महानिरीक्षक रामखिलाड़ी मीणा ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति में पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग जोधपुर के उपमहानिरीक्षक भूराराम सहित अजमेर मुख्यालय में नियुक्त उप विधि परामर्शी सूर्यप्रकाश पुरोहित एवं वरिष्ठ लेखाधिकारी लक्ष्मण टिलवानी को शामिल किया गया है। जांच के लिए हालांकि समयसीमा निर्घारित नहीं की गई है, अलबत्ता समिति को अपनी रिपोर्ट शीघ्रतिशीघ्र देने के आदेश दिए गए हैं। समिति अपनी रिपोर्ट महानिरीक्षक मीणा को सौंपेगी जो बाद में राज्य सरकार को भेजी जाएगी।


रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई
जानकारी के अनुसार पचपदरा एवं जसोल में रजिस्ट्री के मामले में हुए इस फर्जीवाड़े की रिपोर्ट मिलने के बाद ही इसमें शामिल उप पंजीयको अथवा अन्य कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।

यह है मामला
रिफाइनरी लगने का फैसला होते ही पचपदरा एवं जसोल में जमीन की खरीद-फरोख्त में जमकर फर्जीवाड़ा हुआ। राज्य में "रजिस्ट्री एनीव्हेयर" पर रोक के बावजूद उप पंजीयकों ने अपने क्षेत्राधिकार के बाहर जाकर जमीनों का पंजीयन कर दिया।  मामले के खुलासे के बाद राज्य सरकार ने पचपदरा एवं जसोल में जमीनों की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी है।

इनका कहना है
मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है। समिति अपनी रिपोर्ट यथाशीघ्र प्रस्तुत कर देगी। दोçष्ायों के खिलाफ कार्रवाई भी जांच रिपोर्ट के बाद होगी।
रामखिलाड़ी मीणा, महानिरीक्षक, पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग राजस्थान

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