रिफाइनरी लीलाला में ही लगाने पर जोर
बायतु। रिफाइनरी लीलाला में ही स्थापित करने की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर जारी धरने के बीच बुधवार को किसानों से बातचीत के लिए राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, सांसद हरीश चौधरी, विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी, जिला प्रमुख मदन कौर, रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेतनराम सारण, सिणधरी प्रधान सोहनलाल भांभू व डॉ. रमण चौधरी बायतु पनजी पहंुचे। इस दौरान करीब नब्बे प्रतिशत किसानों ने जमीन देने की व्यक्तिगत सहमति भी दे दी वही आसपास के ग्रामीणों ने भी जमीन देने की इच्छा जताई।
बैठक में रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेतनराम सारण ने कहा कि बायतु ही नहीं अपितु पूरे जिले के विकास का सवाल हैे। विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि मंत्रीजी आप हमारे क्षेत्र के नुमाइंदे हो ऎसे में हमारी पैरवी करो। हम आपके साथ हंै। इस पर राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी तैश में आ गये तथा इस्तीफे की पेशकश कर डाली। उन्होंने कहा कि किसानों ने एक करोड़ रूपए प्रति बीधा की मांग कर भूल कर दी थी। मगर अब पानी सिर से गुजर चुका है। किसानों ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि सरकार उचित मुआवजा दे तो हम जमीन देने को तैयार हैं इस पर राजस्व मंत्री ने कहा कि अब जमीन क्यों दे रहे हो? खेती के लिए काम आयेगी।
रिफाइनरी ऎसे खिसकी
हेमाराम चौधरी ने कहा कि रिफाइनरी का स्थानीय किसानों ने लगातार विरोध किया था जिसके कारण ही स्थान परिवर्तन हुआ है मगर अब देर हो चुकी है। सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि रिफाइनरी का मामला अब आगे बढ़ चुका है। आपसी विवाद के कारण ही रिफाइनरी यहां से खिसकी है। सिणधरी प्रधान सोहनलाल भांभू ने सांसद हरीश चौधरी के आगे हाथ जोड़कर कहा कि आप हमारी पैरवी करो ताकि बाड़मेर जिले का भविष्य बन सके। जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने कहा कि गैर वाजिब मुआवजा मांगने पर रिफाइनरी का स्थान परिवर्तन किया गया मगर ऎसे और कई रोजगार के अवसर आएंगे जिससे हमारे युवा भागीदार बनेंगे।
राशि पर तकरार
किसानों ने मुआवजे के रूप में बुधवार को पन्द्रह लाख रूपए मांगे तो राजस्व मंत्री ने इसे गैर वाजिब बताते हुए कहा कि दो लाख सत्तर हजार रूपए व महंगाई की दर ही वाजिब है। इस पर कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि रिफाइनरी के लिए अवाप्त हो रही जमीन का मुआवजा पांच लाख रूपए प्रतिबीघा सरकार भी देने को तैयार थी मगर पांच से दस लाख रूपए प्रतिबीघा के बीच बात बन जाएगी। सांसद ने कहा कि हम विवादों से दूर रहकर विकास करना चाहते है मगर कुछ तत्व हर बार विवाद पैदा कर देते है। सांसद ने कहा कि हमने पैरवी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
कर्नल ने दिखाया धैर्य
बैठक में राजस्व मंत्री व सांसद हरीश चौधरी ने भाषण दिया मगर कर्नल ने काफी धैर्य रखा। अंत में राजस्व मंत्री ने कहा कि हमारे सामने बायतु से आपको टिकट देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। इस पर कर्नल ने भी आपा खो दिया और कहा, मैं क्षेत्र की जनता के विकास की बात कर रहा हूं। यह बात बड़े नेताओं को भी नहीं सुहाती है मगर क्षेत्र व जिले के विकास की बात मैं आखरी दम तक करता रहूंगा तथा बाड़मेर जिले के विकास के लिए हरदम लड़ता रहूंगा। इस पर सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि हम पैरवी कर रहे हैं तथा बाड़मेर की जनता के साथ हैं।
बायतु। रिफाइनरी लीलाला में ही स्थापित करने की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर जारी धरने के बीच बुधवार को किसानों से बातचीत के लिए राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, सांसद हरीश चौधरी, विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी, जिला प्रमुख मदन कौर, रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेतनराम सारण, सिणधरी प्रधान सोहनलाल भांभू व डॉ. रमण चौधरी बायतु पनजी पहंुचे। इस दौरान करीब नब्बे प्रतिशत किसानों ने जमीन देने की व्यक्तिगत सहमति भी दे दी वही आसपास के ग्रामीणों ने भी जमीन देने की इच्छा जताई।
बैठक में रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेतनराम सारण ने कहा कि बायतु ही नहीं अपितु पूरे जिले के विकास का सवाल हैे। विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि मंत्रीजी आप हमारे क्षेत्र के नुमाइंदे हो ऎसे में हमारी पैरवी करो। हम आपके साथ हंै। इस पर राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी तैश में आ गये तथा इस्तीफे की पेशकश कर डाली। उन्होंने कहा कि किसानों ने एक करोड़ रूपए प्रति बीधा की मांग कर भूल कर दी थी। मगर अब पानी सिर से गुजर चुका है। किसानों ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि सरकार उचित मुआवजा दे तो हम जमीन देने को तैयार हैं इस पर राजस्व मंत्री ने कहा कि अब जमीन क्यों दे रहे हो? खेती के लिए काम आयेगी।
रिफाइनरी ऎसे खिसकी
हेमाराम चौधरी ने कहा कि रिफाइनरी का स्थानीय किसानों ने लगातार विरोध किया था जिसके कारण ही स्थान परिवर्तन हुआ है मगर अब देर हो चुकी है। सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि रिफाइनरी का मामला अब आगे बढ़ चुका है। आपसी विवाद के कारण ही रिफाइनरी यहां से खिसकी है। सिणधरी प्रधान सोहनलाल भांभू ने सांसद हरीश चौधरी के आगे हाथ जोड़कर कहा कि आप हमारी पैरवी करो ताकि बाड़मेर जिले का भविष्य बन सके। जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने कहा कि गैर वाजिब मुआवजा मांगने पर रिफाइनरी का स्थान परिवर्तन किया गया मगर ऎसे और कई रोजगार के अवसर आएंगे जिससे हमारे युवा भागीदार बनेंगे।
राशि पर तकरार
किसानों ने मुआवजे के रूप में बुधवार को पन्द्रह लाख रूपए मांगे तो राजस्व मंत्री ने इसे गैर वाजिब बताते हुए कहा कि दो लाख सत्तर हजार रूपए व महंगाई की दर ही वाजिब है। इस पर कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि रिफाइनरी के लिए अवाप्त हो रही जमीन का मुआवजा पांच लाख रूपए प्रतिबीघा सरकार भी देने को तैयार थी मगर पांच से दस लाख रूपए प्रतिबीघा के बीच बात बन जाएगी। सांसद ने कहा कि हम विवादों से दूर रहकर विकास करना चाहते है मगर कुछ तत्व हर बार विवाद पैदा कर देते है। सांसद ने कहा कि हमने पैरवी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
कर्नल ने दिखाया धैर्य
बैठक में राजस्व मंत्री व सांसद हरीश चौधरी ने भाषण दिया मगर कर्नल ने काफी धैर्य रखा। अंत में राजस्व मंत्री ने कहा कि हमारे सामने बायतु से आपको टिकट देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। इस पर कर्नल ने भी आपा खो दिया और कहा, मैं क्षेत्र की जनता के विकास की बात कर रहा हूं। यह बात बड़े नेताओं को भी नहीं सुहाती है मगर क्षेत्र व जिले के विकास की बात मैं आखरी दम तक करता रहूंगा तथा बाड़मेर जिले के विकास के लिए हरदम लड़ता रहूंगा। इस पर सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि हम पैरवी कर रहे हैं तथा बाड़मेर की जनता के साथ हैं।
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