आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत उग्रवादी, उन्हें जेल में ठूंस
देना चाहिए, बोले नीतीश के मंत्री
बिहार के कृषि मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को उग्रवादी करार देते हुए कहा कि भागवत के खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए और संघ पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए.
पटना में मंगलवार को सिंह ने कहा कि भागवत का यह बयान कि देश की एकता एवं अखंडता सिर्फ हिन्दुत्व से ही बनी रह सकती है, भारत के संविधान का खुला मजाक है. उन्होंने कहा कि संविधान की मूल भावना में एक लोकतांत्रिक, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष गणराज्य और कल्याणकारी सरकार के गठन की परिकल्पना समाहित है.
इसके बाद सिंह ने भागवत को उग्रवादी करार देते हुए कहा कि हम एक तरफ धर्मनिरक्षता और पंथनिरपेक्षता की बात करते हैं वहीं दूसरी तरह कुछ लोग एक पंथ या धर्म को ही सारे संकटों का मोचक कहते हैं. नरेंद्र सिंह बोले कि यह मेरे समझ से उग्रवादी और देशद्रोही बात है.
नीतीश के इस खास मंत्री के आरोप यहीं नहीं रुके. उन्होंने भागवत की तुलना खालिस्तानियों से करते हुए कहा कि जिस तरह से उन लोगों के आंदोलन देश को तोड़ते थे, उसी तरह से भागवत ये बयान देकर देश की अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए उनके खिलाफ आपराधिक और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के आरोप में मुकदमा चलाया जाना चाहिए.
अब तक बगलगीर रहे जिस बीजेपी के, उसके लिए सिंह बोले कि भाजपा सांप्रदायिक शक्तियों को बढावा देने और सांप्रदायिकता का जहर फैलाने में लगी हुई है.
बिहार के कृषि मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को उग्रवादी करार देते हुए कहा कि भागवत के खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए और संघ पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए.
पटना में मंगलवार को सिंह ने कहा कि भागवत का यह बयान कि देश की एकता एवं अखंडता सिर्फ हिन्दुत्व से ही बनी रह सकती है, भारत के संविधान का खुला मजाक है. उन्होंने कहा कि संविधान की मूल भावना में एक लोकतांत्रिक, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष गणराज्य और कल्याणकारी सरकार के गठन की परिकल्पना समाहित है.
इसके बाद सिंह ने भागवत को उग्रवादी करार देते हुए कहा कि हम एक तरफ धर्मनिरक्षता और पंथनिरपेक्षता की बात करते हैं वहीं दूसरी तरह कुछ लोग एक पंथ या धर्म को ही सारे संकटों का मोचक कहते हैं. नरेंद्र सिंह बोले कि यह मेरे समझ से उग्रवादी और देशद्रोही बात है.
नीतीश के इस खास मंत्री के आरोप यहीं नहीं रुके. उन्होंने भागवत की तुलना खालिस्तानियों से करते हुए कहा कि जिस तरह से उन लोगों के आंदोलन देश को तोड़ते थे, उसी तरह से भागवत ये बयान देकर देश की अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए उनके खिलाफ आपराधिक और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के आरोप में मुकदमा चलाया जाना चाहिए.
अब तक बगलगीर रहे जिस बीजेपी के, उसके लिए सिंह बोले कि भाजपा सांप्रदायिक शक्तियों को बढावा देने और सांप्रदायिकता का जहर फैलाने में लगी हुई है.
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