आज सिरोही व सरूपगंज में सभा
रणनीति बनाकर वसुंधरा ने किया आराम, नेता निकले काम पर
सिरोही में होने वाली आम सभाओं की तैयारियों को दिया अंतिम रूप
चिंतन बैठक के बाद नेता गए अपने-अपने क्षेत्र में, सरूपगंज व सिरोही में सभा आज, पिंडवाड़ा और शिवगंज में होगा स्वागत
स्टाफ ने अंबाजी के किए दर्शन, माउंट में भी किया भ्रमण
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने होटल में आराम कर मिटाई तीन महीने की थकान, यात्रा में साथ चल रहे स्टाफ को भी दिया एक दिन का विश्राम
अस्पतालों में डॉक्टर ही नहीं है तो मुफ्त दवाएं देगा कौन : देवनानी
सिरोही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने मंगलवार को माउंट आबू में दिनभर आराम कर पिछले तीन महिनों से जारी सुराज संकल्प यात्रा की थकान मिटाई। मंथन बैठक के बाद भाजपा ने घोषणा की कि राज्य में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रचार करेंगे। इसके बाद सोमवार शाम को ही अनेक नेता अपने अपने काम पर वापस लौट गए।
मोदी की घोषणा के बाद एक ओर जहां कार्यकर्ताओं में जोश आ गया वहीं कांग्रेस में सामने आई आपसी कलह पर भी भाजपा नेताओं ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में भाजपा की जीत निश्चित है और इससे बौखलाकर कांग्रेस में कलह शुरु हो गई है। सुराज यात्रा को लेकर मंगलवार को सिरोही में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा की सफलता से घबराकर अब कांग्रेस आपस में ही उलझ गई है। इधर, मंगलवार का दिन वसुंधरा राजे के लिए पूरी तरह से आराम का दिन रहा। वे सवेरे देर तक आराम करती रही और दिन भर होटल से नहीं निकली।
चिंतन बैठक में पहुंचे भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता अपने-अपने क्षेत्र में काम पर निकल गए। इसके साथ ही बुधवार को सरूपगंज व सिरोही में होने वाली आम सभाओं के लिए सभी तैयारियों को देर शाम तक अंतिम रूप दे दिया है। स्थानीय नेताओं के अलावा प्रदेश के विभिन्न अंचलों से पहुंचे नेताओं व पदाधिकारियों ने सभा स्थलों पर तैयारियों को जायजा लिया। सुराज संकल्प यात्रा में आमजन की भागीदारी के लिए कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव पीले चावल बांटकर लोगों को आमंत्रित किया।
पूर्व मुख्यमंत्री की आज सिरोही और सरूपगंज में सभा होगी। वे दोपहर 1.30 बजे सरूपगंज पहुंचेगी और यहां आमसभा को संबोधित करेंगी। इसके बाद पिंडवाड़ा में उनका स्वागत होगा। शाम चार बजे वे सिरोही में आमसभा को संबोधित करेंगी और रात्रि विश्राम भी सिरोही में ही होगा। गुरुवार दोपहर 12 बजे वे शिवगंज पहुंचेगी। इसके बाद यह यात्रा पाली जिले में प्रवेश कर जाएगी।
पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने प्रेस वार्ता में बताया कि गहलोत सरकार की योजनाएं महज दिखावा मात्र है। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है और स्कूलों में शिक्षक, ग्रामसेवक, पवारी, लिपिक से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पद खाली हैं। पर्याप्त मशीनरी के अभाव में योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच ही नही रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए टेट प्रणाली को लागू करके बेरोजगारों के साथ धोखा किया है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि टेट लागू करने के पीछे सरकार की मंशा बेरोजगारों से पैसे वसूल करना है। उन्होंने बताया कि 2011 में हुई टेट में सरकार को 34 करोड़ रुपए की आय हुई, जबकि खर्च मात्र 17 करोड़ रुपए आया। इसी प्रकार 2012 में 22 करोड़ रुपए की आय हुई, जबकि खर्च मात्र 11 करोड़ ही हुआ। इस प्रकार दो बार हुई टेट में सरकार को सीधे 28 करोड़ रुपए की आय हुई। इसके साथ ही टेट आयोजक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन ने एक करोड़ रुपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराकर वाहवाही भी लूटी, लेकिन इन सब के बीच बेरोजगार ठगा रह गया। देवनानी ने आठवीं तक बच्चों को फेल नहीं करने की योजना को भी शिक्षण व्यवस्था पर चोट बताया। उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि आम व्यक्ति पढ़ लिखकर आगे बढ़े। उन्होंने बताया कि सुराज संकल्प यात्रा की सफलता से कांग्रेसी बौखला गए हैं।
स्थिति यह है कि सत्ता व संगठन में तालमेल ही नहीं है। खुद के मंत्री संगठन पर आरोप लगा रहे हैं। इस मौके विधायक ओटाराम देवासी, कपासन के पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट, भाजयुमो के कोषाध्यक्ष अरुण परसरामपुरिया, जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित, पूर्व जिलाध्यक्ष कमलेश दवे, महामंत्री लुंबाराम चौधरी, मीडिया संयोजक लोकेश खंडेलवाल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
चिंतन बैठक में पहुंचे भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता अपने-अपने क्षेत्र में काम पर निकल गए। इसके साथ ही बुधवार को सरूपगंज व सिरोही में होने वाली आम सभाओं के लिए सभी तैयारियों को देर शाम तक अंतिम रूप दे दिया है। स्थानीय नेताओं के अलावा प्रदेश के विभिन्न अंचलों से पहुंचे नेताओं व पदाधिकारियों ने सभा स्थलों पर तैयारियों को जायजा लिया। सुराज संकल्प यात्रा में आमजन की भागीदारी के लिए कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव पीले चावल बांटकर लोगों को आमंत्रित किया।
पूर्व मुख्यमंत्री की आज सिरोही और सरूपगंज में सभा होगी। वे दोपहर 1.30 बजे सरूपगंज पहुंचेगी और यहां आमसभा को संबोधित करेंगी। इसके बाद पिंडवाड़ा में उनका स्वागत होगा। शाम चार बजे वे सिरोही में आमसभा को संबोधित करेंगी और रात्रि विश्राम भी सिरोही में ही होगा। गुरुवार दोपहर 12 बजे वे शिवगंज पहुंचेगी। इसके बाद यह यात्रा पाली जिले में प्रवेश कर जाएगी।
पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने प्रेस वार्ता में बताया कि गहलोत सरकार की योजनाएं महज दिखावा मात्र है। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है और स्कूलों में शिक्षक, ग्रामसेवक, पवारी, लिपिक से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पद खाली हैं। पर्याप्त मशीनरी के अभाव में योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच ही नही रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए टेट प्रणाली को लागू करके बेरोजगारों के साथ धोखा किया है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि टेट लागू करने के पीछे सरकार की मंशा बेरोजगारों से पैसे वसूल करना है। उन्होंने बताया कि 2011 में हुई टेट में सरकार को 34 करोड़ रुपए की आय हुई, जबकि खर्च मात्र 17 करोड़ रुपए आया। इसी प्रकार 2012 में 22 करोड़ रुपए की आय हुई, जबकि खर्च मात्र 11 करोड़ ही हुआ। इस प्रकार दो बार हुई टेट में सरकार को सीधे 28 करोड़ रुपए की आय हुई। इसके साथ ही टेट आयोजक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन ने एक करोड़ रुपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराकर वाहवाही भी लूटी, लेकिन इन सब के बीच बेरोजगार ठगा रह गया। देवनानी ने आठवीं तक बच्चों को फेल नहीं करने की योजना को भी शिक्षण व्यवस्था पर चोट बताया। उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि आम व्यक्ति पढ़ लिखकर आगे बढ़े। उन्होंने बताया कि सुराज संकल्प यात्रा की सफलता से कांग्रेसी बौखला गए हैं।
स्थिति यह है कि सत्ता व संगठन में तालमेल ही नहीं है। खुद के मंत्री संगठन पर आरोप लगा रहे हैं। इस मौके विधायक ओटाराम देवासी, कपासन के पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट, भाजयुमो के कोषाध्यक्ष अरुण परसरामपुरिया, जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित, पूर्व जिलाध्यक्ष कमलेश दवे, महामंत्री लुंबाराम चौधरी, मीडिया संयोजक लोकेश खंडेलवाल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
दिन में किया ऑफिस का काम
पूर्व मुख्यमंत्री ने सवेरे देर तक आराम किया। इसके बाद उन्होंने होटल में ही अपने ऑफिस का काम निपटाया। उन्होंने प्रदेश भर से मिली लोगों की चिट्टियों के जवाब दिए। इसके साथ ही कुछ दूसरे जरुरी काम निपटाए। शाम तक वे किसी से नहीं मिली। एक तरह से तीन महीने के बाद मंगलवार का दिन उन्होंने पूरी तरह से फुर्सत के साथ बिताया और अपने साथ यात्रा में चल रहे अस्थायी स्टाफ को भी छुट्टी दे दी। इस स्टाफ ने सवेरे गुजरात के अंबाजी जाकर दर्शन किए और इसके बाद शाम को माउंट में नक्की झील में बोटिंग की।
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