तो हम भी दे देते इस्तीफा
जयपुर। बाड़मेर में रिफाइनरी को लेकर चल रहे विवाद और राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के इस्तीफे के मामले का गुरूवार शाम तक पटाक्षेप होने की संभावना है। वहीं प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और जयपुर शहर सांसद महेश जोशी ने उनके इस दबाव को सही बताते हुए इस्तीफे को जायज बताया है। दूसरी ओर मामले के निपटारे के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज जोधपुर जा रहे हैं।
वे दोपहर बाद हेमाराम और अन्य नेताओं से चर्चा करेंगे। गुरूवार सुबह जयपुर में महिला चिकित्सालय में लोकार्पण कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस मामले पर बात करने से बचते रहे। हालांकि उन्होंने कहा कि शाम तक इस मामले में कुछ तय होगा।
उन्हाेंने कहा कि अभी इस मामले में वो कुछ भी नहीं कहना चाहते हैं। इधर नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और जयपुर सांसद महेश जोशी ने इस मामले में हेमाराम का समर्थन किया है। उनका कहना है कि अपनी मांग के लिए जनप्रतिनिधि दबाव बना सकता है और इसके लिए इस्तीफा भी दे सकता है। हेमाराम ने ऎसा कुछ किया है तो वह गलत नहीं है।
सोनाराम से भी चर्चा संभव
मुख्यमंत्री आज दोपहर बाद जोधपुर के लिए रवाना होंगे। हालांकि मुख्य रूप से वो वहां लैपटॉप और साइकिल वितरण कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद वो जोधपुर और बाड़मेर के नेताओं से मिलकर घटनाक्रम पर चर्चा करेंगे। वे मामले में लिप्त मंत्री हेमाराम चौधरी और कर्नल सोनाराम से चर्चा कर सकते हैं।
तीन कार्यक्रम में की शिरकत
मुख्यमंत्री के आज जयपुर शहर में तीन कार्यक्रम है। इसके तहत वो सुबह महिला चिकित्सालय गए थे। इसके बाद वो पंचायतीराज भवन पहुंचे और लैपटॉप व साइकिल वितरण के कार्यक्रम में भाग लिया। इसके बाद वो बिड़ला सभागार गए, जहां उन्होंने निशुल्क आयरन व फॉलिक एसिड टैबलेट वितरण के कार्यक्रम की शुरूआत की।
अगर जयपुर में लगने वाली रिफाइनरी को कोटा ले जाएं, तो मैं भी अपनी मांग मनवाने के लिए इस्तीफा दे सकता हूं। जनता की मांग के लिए इस तरह से दबाव बनाए जाने को मैं उचित मानता हूं।
महेश जोशी, सांसद जयपुर शहर
हेमाराम ने मंत्री पद से इस्तीफा अपनेे क्षेत्र की जनता की मांग को लेकर दिया है। जनप्रतिनिधि अपनी मांग के लिए इस्तीफे देकर दबाव बना सकता है। अगर मेरे साथ ऎसा हुआ होता, तो मैं भी इस्तीफा दे देता।
शांति धारीवाल, नगरीय विकास मंत्री, राजस्थान
जयपुर। बाड़मेर में रिफाइनरी को लेकर चल रहे विवाद और राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के इस्तीफे के मामले का गुरूवार शाम तक पटाक्षेप होने की संभावना है। वहीं प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और जयपुर शहर सांसद महेश जोशी ने उनके इस दबाव को सही बताते हुए इस्तीफे को जायज बताया है। दूसरी ओर मामले के निपटारे के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज जोधपुर जा रहे हैं।
वे दोपहर बाद हेमाराम और अन्य नेताओं से चर्चा करेंगे। गुरूवार सुबह जयपुर में महिला चिकित्सालय में लोकार्पण कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस मामले पर बात करने से बचते रहे। हालांकि उन्होंने कहा कि शाम तक इस मामले में कुछ तय होगा।
उन्हाेंने कहा कि अभी इस मामले में वो कुछ भी नहीं कहना चाहते हैं। इधर नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और जयपुर सांसद महेश जोशी ने इस मामले में हेमाराम का समर्थन किया है। उनका कहना है कि अपनी मांग के लिए जनप्रतिनिधि दबाव बना सकता है और इसके लिए इस्तीफा भी दे सकता है। हेमाराम ने ऎसा कुछ किया है तो वह गलत नहीं है।
सोनाराम से भी चर्चा संभव
मुख्यमंत्री आज दोपहर बाद जोधपुर के लिए रवाना होंगे। हालांकि मुख्य रूप से वो वहां लैपटॉप और साइकिल वितरण कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद वो जोधपुर और बाड़मेर के नेताओं से मिलकर घटनाक्रम पर चर्चा करेंगे। वे मामले में लिप्त मंत्री हेमाराम चौधरी और कर्नल सोनाराम से चर्चा कर सकते हैं।
तीन कार्यक्रम में की शिरकत
मुख्यमंत्री के आज जयपुर शहर में तीन कार्यक्रम है। इसके तहत वो सुबह महिला चिकित्सालय गए थे। इसके बाद वो पंचायतीराज भवन पहुंचे और लैपटॉप व साइकिल वितरण के कार्यक्रम में भाग लिया। इसके बाद वो बिड़ला सभागार गए, जहां उन्होंने निशुल्क आयरन व फॉलिक एसिड टैबलेट वितरण के कार्यक्रम की शुरूआत की।
अगर जयपुर में लगने वाली रिफाइनरी को कोटा ले जाएं, तो मैं भी अपनी मांग मनवाने के लिए इस्तीफा दे सकता हूं। जनता की मांग के लिए इस तरह से दबाव बनाए जाने को मैं उचित मानता हूं।
महेश जोशी, सांसद जयपुर शहर
हेमाराम ने मंत्री पद से इस्तीफा अपनेे क्षेत्र की जनता की मांग को लेकर दिया है। जनप्रतिनिधि अपनी मांग के लिए इस्तीफे देकर दबाव बना सकता है। अगर मेरे साथ ऎसा हुआ होता, तो मैं भी इस्तीफा दे देता।
शांति धारीवाल, नगरीय विकास मंत्री, राजस्थान
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