पाक से अगवा लड़की सरकारी विज्ञापनों में!
जयपुर। पाकिस्तान से तीन वर्ष पूर्व अपह्वत हुई दो हिन्दू लड़कियों में से एक के चेहरे का इस्तेमाल राज्य सरकार फ्लैगशिप योजनाओं के प्रचार में कर रही है। इस लड़की के बड़े-बड़े पोस्टर न केवल राज्य भर में लगाए गए हैं, बल्कि सूचना व जनसम्पर्क विभाग की मासिक पत्रिका सुजस (मई-2013) के ताजा अंक में छपे लेख में इसी लड़की की तस्वीर छापी गई है।
इस लड़की के जीवित या मृत होने के बारे में पुख्ता सूचना उपलब्ध नहीं है और सरकार ने इसे प्रचार सामग्री में इस्तेमाल कर लिया है।
क्या है अपहरण मामला...
मार्च-2010 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के थारपारकर क्षेत्र से दो हिन्दू लड़कियों का अपहरण हुआ था। सीमा पार के सूत्रों का कहना है कि इन दोनों का अपहरण कर इनकी शादियां कर दी गई हैं। तब से लेकर अब तक भारत, पाकिस्तान सहित दुनिया के कई देशों के प्रमुख समाचार पत्र-पत्रिकाओं में इनकी तस्वीरें कई बार छपी हैं। इंटरनेट पर भी इन्हें आसानी से सर्च किया जा सकता है।
पहले भी हो चुका है ऎसा
पिछले वर्ष भी एक सरकारी विज्ञापन में ऎसी ही चूक हुई। शिक्षा के विज्ञापन में दो अल्पसंख्यक बçच्चयों को कम्प्यूटर चलाते दिखाया था। यह फोटो यूपी के किसी मदरसे की बçच्चयों का था। गुजरात सरकार ने भी इसी फोटो को अपने विज्ञापन में शामिल किया था।
अभी आई हूं विभाग में
मुझे विभाग में नियुक्त हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है, लेकिन इस होर्डिग और बालिका के फोटो के संबंध में चैक करवाकर ही कुछ कहा जा सकता है। रेखा गुप्ता, निदेशक, महिला अधिकारिता निदेशालय
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