इंदौर। डांस क्लास चलाने वाले युवक को ब्लैकमेल करने के आरोप में पकड़ाई सपना मामले में पुलिसकर्मी पर भी गाज गिर सकती है। पुलिस ने सपना और उसके गिरोह पर ब्लैकमेलिंग और लूट का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। सपना के साथी तो जेल चले गए लेकिन सपना थाने से फरार हो गई थी। जांच में पता चला कि सपना फरार नहीं हुई थी, बल्कि थाने पर ही एक हवलदार ने महज पांच सौ रुपए लेकर उसे छोड़ दिया था।
पिछले दिनों जब थानेदार नवीन यादव और मुकेश यादव उसे पकड़ कर लाए थे। सपना ने पूछताछ में खाकीवालों पर ही आरोप लगाते हुए सनसनीखेज खुलासा किया था। सपना ने अपने बयान में कहा था कि उसे पहले घर के सामने से ही हवलदार शंकरलाल पवार ने पकड़ा था। पवार से मेरे पुराने संबंध थे। उनका घर आना-जाना था। पवार ने ही पांच सौ रुपए लेकर मुझे भगा दिया था।
इधर, पवार के बारे में पता चला है कि उसने पहली पत्नी को तलाक दिए बगैर ही दूसरी शादी कर ली थी। इस मामले में उसे सस्पेंड कर दिया गया था। लंबे समय तक संस्पेंड रहने के बाद उसकी लाइन में पोस्टिंग हुई थी। लाइन से उसे हीरानगर थाने भेजा गया था। अब फिर उसके खिलाफ गंभीर मामला सामने आया है। उधर, पवार ने सपना से जान-पहचान से इनकार किया है। उसने कहा कि सपना द्वारा लगाए गए आरोप झूठे हैं। मैं तो टीआई साहब के साथ उसके घर दबिश डालने गया था। उसे पांच सौ रुपए लेकर छोडऩे की बात बिल्कुल गलत है।
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