आईपीएल को सचिन ने कहा अलविदा
कोलकाता। लगातार चार साल तक मुम्बई इंडियंस की कमान सम्भालने वाले सचिन तेंदुलकर ने रविवार को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में अपनी टीम की पहली खिताबी जीत के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से संन्यास की घोषणा कर दी। सचिन चोट के कारण पहले क्वालीफायर, दूसरे क्वालीफायर और फाइनल में नहीं खेल सके थे।
आईपीएल का छठा संस्करण सचिन के लिए रनों के लिहाज से यादगार नहीं रहा लेकिन मुम्बई इंडियंस टीम का अभिन्न सदस्य होने के नाते वह इस संस्करण को कभी नहीं भुला पाएंगे क्योंकि उम्र के 40वें पड़ाव में उनके युवा साथियों ने उन्हें एक शानदार तोहफा दिया।
सचिन ने कहा कि वह चैम्पियंस लीग में खेलेंगे या नहीं, यह साफ नहीं है। सचिन ने आईपीएल में अपना अंतिम मैच सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेला था और अपनी टीम के लिए विजयी छक्का लगाया था लेकिन इस प्रक्रिया में वह चोटिल हो गए थे। रिटायर्ड हर्ट होने के बाद सचिन फिर आईपीएल-6 में नहीं खेल सके।
सचिन ने मुम्बई इंडियंस को मिली खिताबी जीत के तुरंत बाद एक साक्षात्कार में कहा कि यह मेरा अंतिम आईपीएल था। मेरे लिए यह सत्र शानदार रहा है। मुझे लगता है कि हमारा तीसरा आईपीएल सत्र इस सत्र के बाद दूसरा सबसे बेहतरीन था। मैं समझता हूं कि आईपीएल में खेलना बंद करने का यह सही समय है। अब मैं 40 का हो चुका हूं और मुझे इस सच्चाई को स्वीकार करना होगा। सचिन ने मुम्बई इंडियंस के लिए 78 आईपीएल मैचों में 2334 रन बनाए। इसमें एक शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं।
सचिन के लिए इतिहास ने खुद को दोहराया
सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी के लिए इतिहास ने एक बार फिर से खुद को दोहराया। मुम्बई इंडियंस टीम ने रविवार को जैसे ही आईपीएल खिताब जीता, युवा खिलाडियों ने सचिन को कंधे पर बैठाकर ईडन गार्डन्स स्टेडियम के चक्कर लगाए। इसी तरह का नजारा दो साल पहले वानखेड़े स्टेडियम में देखने को मिला था।
वर्ष 2011 में जब भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 28 साल के बाद आईसीसी विश्व कप (50 ओवर) का खिताब जीता था, तब टीम के कई सदस्यों ने सचिन को कंधे पर बैठाकर स्टेडियम के चक्कर लगाए थे और अब जबकि मुम्बई इंडियंस ने छठे प्रयास में आईपीएल खिताब जीता, तब भी उनके युवा साथियों ने इसी तरह से उनका सम्मान किया।
सचिन के लिए वक्त ईडन में थम गया था। वह फाइनल में भले ही नहीं खेले लेकिन किसी अन्य खिलाड़ी की तरह बदलते हालात के साथ-साथ उनके चेहरे के हावभाव बदलते रहे। वह पूरे मैच के दौरान उतने ही सक्रिय नजर आए, जितने की अंतिम-एकादश में शामिल खिलाड़ी थे। सचिन चोट के कारण क्वालीफायर-1, क्वालीफायर-2 और फइनल में नहीं खेल सके। लगभग 10 दिन पहले सनराइजर्स हैदराबाद के साथ हुए लीग मैच के दौरान सचिन रिटायर्ड हर्ट हो गए और उसके बाद उन्होंने आईपीएल में एक भी मैच नहीं खेला।
20 साल में भरी रिकार्डों की झोली
सचिन ने अपने 20 साल से भी लम्बे करियर में सब कुछ हासिल किया। अनेकों रिकार्ड अपने नाम कर चुके सचिन के सक्रिय रहते हुए भारतीय और उनकी क्लब टीमों ने ट्वेंटी-20 विश्व कप (वह हालांकि टीम के सदस्य नहीं थे), 50 ओवर विश्व कप, आईपीएल खिताब और टेस्ट वरीयता क्रम में पहला स्थान हासिल किया। इस तरह दो साल पहले तक खिताबों से सूखी सचिन की झोली अब पूरी तरह भर चुकी है। यही सोचकर सचिन ने घोषणा की कि वह अब आईपीएल में नहीं खेलेंगे।
टी-20 को पहले ही बाय-बाय
सचिन ने अंतर्राष्ट्रीय ट्वेंटी-20 क्रिकेट खेला ही नहीं। उनके नाम सिर्फ एक मैच दर्ज है लेकिन आईपीएल ने सचिन को लगातार दो महीनों तक खेलते हुए खुद को प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के लिए फिट रहने का मौका दिया। वह एकदिवसीय क्रिकेट से सन्यास ले चुके हैं और पेशेवर ट्वेंटी-20 लीग भी छोड़ दिया। अब वह सिर्फ टेस्ट मैचों में भारत के लिए खेलते दिखेंगे। इसका मतलब यह है कि अब क्रिकेट प्रेमियों को सचिन को खेलते देखने के बहुत कम मौके मिलेंगे।
एसएमएस स्टेडियम फिर पुरस्कृत
गुलाबीनगर के एसएमएस स्टेडियम को फिर आईपीएल के सर्वश्रेष मैदानों मे चुना गया है। राजस्थान के अलावा मुम्बई को भी सर्वश्रेष मैदानों के लिए पुरस्कृत किया गया है। मेजबान राजस्थान रॉयल्स टीम जयपुर मे आईपीएल-6 आठों मुकाबले जीते थे।
कोलकाता। लगातार चार साल तक मुम्बई इंडियंस की कमान सम्भालने वाले सचिन तेंदुलकर ने रविवार को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में अपनी टीम की पहली खिताबी जीत के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से संन्यास की घोषणा कर दी। सचिन चोट के कारण पहले क्वालीफायर, दूसरे क्वालीफायर और फाइनल में नहीं खेल सके थे।
आईपीएल का छठा संस्करण सचिन के लिए रनों के लिहाज से यादगार नहीं रहा लेकिन मुम्बई इंडियंस टीम का अभिन्न सदस्य होने के नाते वह इस संस्करण को कभी नहीं भुला पाएंगे क्योंकि उम्र के 40वें पड़ाव में उनके युवा साथियों ने उन्हें एक शानदार तोहफा दिया।
सचिन ने कहा कि वह चैम्पियंस लीग में खेलेंगे या नहीं, यह साफ नहीं है। सचिन ने आईपीएल में अपना अंतिम मैच सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेला था और अपनी टीम के लिए विजयी छक्का लगाया था लेकिन इस प्रक्रिया में वह चोटिल हो गए थे। रिटायर्ड हर्ट होने के बाद सचिन फिर आईपीएल-6 में नहीं खेल सके।
सचिन ने मुम्बई इंडियंस को मिली खिताबी जीत के तुरंत बाद एक साक्षात्कार में कहा कि यह मेरा अंतिम आईपीएल था। मेरे लिए यह सत्र शानदार रहा है। मुझे लगता है कि हमारा तीसरा आईपीएल सत्र इस सत्र के बाद दूसरा सबसे बेहतरीन था। मैं समझता हूं कि आईपीएल में खेलना बंद करने का यह सही समय है। अब मैं 40 का हो चुका हूं और मुझे इस सच्चाई को स्वीकार करना होगा। सचिन ने मुम्बई इंडियंस के लिए 78 आईपीएल मैचों में 2334 रन बनाए। इसमें एक शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं।
सचिन के लिए इतिहास ने खुद को दोहराया
सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी के लिए इतिहास ने एक बार फिर से खुद को दोहराया। मुम्बई इंडियंस टीम ने रविवार को जैसे ही आईपीएल खिताब जीता, युवा खिलाडियों ने सचिन को कंधे पर बैठाकर ईडन गार्डन्स स्टेडियम के चक्कर लगाए। इसी तरह का नजारा दो साल पहले वानखेड़े स्टेडियम में देखने को मिला था।
वर्ष 2011 में जब भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 28 साल के बाद आईसीसी विश्व कप (50 ओवर) का खिताब जीता था, तब टीम के कई सदस्यों ने सचिन को कंधे पर बैठाकर स्टेडियम के चक्कर लगाए थे और अब जबकि मुम्बई इंडियंस ने छठे प्रयास में आईपीएल खिताब जीता, तब भी उनके युवा साथियों ने इसी तरह से उनका सम्मान किया।
सचिन के लिए वक्त ईडन में थम गया था। वह फाइनल में भले ही नहीं खेले लेकिन किसी अन्य खिलाड़ी की तरह बदलते हालात के साथ-साथ उनके चेहरे के हावभाव बदलते रहे। वह पूरे मैच के दौरान उतने ही सक्रिय नजर आए, जितने की अंतिम-एकादश में शामिल खिलाड़ी थे। सचिन चोट के कारण क्वालीफायर-1, क्वालीफायर-2 और फइनल में नहीं खेल सके। लगभग 10 दिन पहले सनराइजर्स हैदराबाद के साथ हुए लीग मैच के दौरान सचिन रिटायर्ड हर्ट हो गए और उसके बाद उन्होंने आईपीएल में एक भी मैच नहीं खेला।
20 साल में भरी रिकार्डों की झोली
सचिन ने अपने 20 साल से भी लम्बे करियर में सब कुछ हासिल किया। अनेकों रिकार्ड अपने नाम कर चुके सचिन के सक्रिय रहते हुए भारतीय और उनकी क्लब टीमों ने ट्वेंटी-20 विश्व कप (वह हालांकि टीम के सदस्य नहीं थे), 50 ओवर विश्व कप, आईपीएल खिताब और टेस्ट वरीयता क्रम में पहला स्थान हासिल किया। इस तरह दो साल पहले तक खिताबों से सूखी सचिन की झोली अब पूरी तरह भर चुकी है। यही सोचकर सचिन ने घोषणा की कि वह अब आईपीएल में नहीं खेलेंगे।
टी-20 को पहले ही बाय-बाय
सचिन ने अंतर्राष्ट्रीय ट्वेंटी-20 क्रिकेट खेला ही नहीं। उनके नाम सिर्फ एक मैच दर्ज है लेकिन आईपीएल ने सचिन को लगातार दो महीनों तक खेलते हुए खुद को प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के लिए फिट रहने का मौका दिया। वह एकदिवसीय क्रिकेट से सन्यास ले चुके हैं और पेशेवर ट्वेंटी-20 लीग भी छोड़ दिया। अब वह सिर्फ टेस्ट मैचों में भारत के लिए खेलते दिखेंगे। इसका मतलब यह है कि अब क्रिकेट प्रेमियों को सचिन को खेलते देखने के बहुत कम मौके मिलेंगे।
एसएमएस स्टेडियम फिर पुरस्कृत
गुलाबीनगर के एसएमएस स्टेडियम को फिर आईपीएल के सर्वश्रेष मैदानों मे चुना गया है। राजस्थान के अलावा मुम्बई को भी सर्वश्रेष मैदानों के लिए पुरस्कृत किया गया है। मेजबान राजस्थान रॉयल्स टीम जयपुर मे आईपीएल-6 आठों मुकाबले जीते थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें